पंजाब के नए मुख्यमंत्री के तौर पर भगवंत मान ने ली शपथ, जनता को संबोधित कर बोले…

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पंजाब विधानसभा चुनाव इस बार आम आदमी पार्टी के लिए काफी खास रहा। जिस तरह जानता ने आम आदमी पार्टी का समर्थन किया है उससे साबित होता है कि पंजाब की जनता बदलाव करना चाहती थी और जानता ने बदलाव किया। पंजाब की जनता ने इस बार भगवंत मान को अपना नया मुख्यमंत्री चुना है। चुनाव जीतने के बाद आज बुधवार के दिन पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शपथ ली। उन्होंने पंजाबी भाषा में शपथ ली। बता दें कि ये कार्यक्रम शहीद-ए-आज़म भगत सिंह के गांव खटकड़ कलां गांव में आयोजित किया गया था।

शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता भी शामिल हुए थे। भगवंत मान ने कार्यक्रम के दौरान जनता को संबोधित कर कहा कि “पंजाब के कोने-कोने के आए लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं, यहा आने के लिए मैं आपको बहुत बहुत धन्‍यवाद देता हूं। यहां पर दिल्‍ली के सीएम केजरीवाल और उनकी कैबिनेट बैठी है। मेरे लिए खटकड़ कलां कोई नया नहीं है। जितना प्‍यार आप लोगों ने मुझे और ‘आप’ को दिया है, मैं बयां नहीं कर सकता। जिन्‍होंने हमें वोट नहीं किया, उनसे भी मुझे कोई शिकायत नहीं है। यह पूरे पंजाब की सरकार है।”
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इस दौरान उन्होंने शहीदे आजम भगत सिंह की बातों का भी जिक्र किया। संबोधन में भगवंत मान बोले कि “शहीदे आजम भगत सिंह कहते थे कि इश्‍क करना सबका हक है क्‍यों न इस बार वतन की मिट्टी को सरजमीं बना लिया जाए। दिल्‍ली में जो स्‍कूल दिख रहे हैं, उसी तरह से हम पंजाब में भी अस्‍पताल और स्‍कूल बनाएंगे कि लोग वहां फोटो खिंचवाकर जाएंगे। आप याद रखिए 10 मार्च को (चुनाव परिणाम के दिन ) पंजाबियों का नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा गया। जनता जब चाहेगी, बंदा अर्श पर पहुंच सकता है, और जब चाहे, फर्श पर पहुंच सकता है।”

मान ने आगे कहा कि “भगत सिंह को यह चिंता सताती थी कि जब भी देश आजाद होगा तो किस तरह चलेगा, हमारे ऊपर यह जिम्‍मेदारी है। आपके प्यार का कर्ज कई जन्म तक नहीं उतार पाऊंगा। जिन्‍होंने वोट नहीं दिया हम उसके भी CM हैं, यह उनकी भी सरकार है। ये लोकतंत्र है। हम आज से ही काम शुरू कर देंगे, पहले ही 70 साल की देर हो चुकी है। बोरी को खोलने के लिए डोरी का सही सिरा नहीं मिले, तो सब उलझ जाता है, लेकिन सही सिरा मिल जाए, तो बोरी खुलने में आधा सेकंड लगता है। हमें मिलकर इस उलझी हुई बोरी का सही सिरा ढूंढना है।”