हम अक्सर पुलिस की सख्ती के मामले सुनते हैं कि किस तरह पुलिस ने चोर-बदमाशों पर सख्ती बरती। ऐसे बहुत ही कम मामले सुनने को मिलते हैं जिसमें पुलिस अपने नर्म लहजे से कोई काम करती है। कोरोनावायरस के दौर में पुलिस के ऐसे बहुत से मामले सामने आए। हाल ही में भोपाल में भी ऐसा ही एक मामले देखने को मिला है। भोपाल पुलिस अधिकारी ने एक 70 साल की बुज़ुर्ग महिला को नई ज़िन्दगी दी है।
भोपाल के स्वदेश नगर में रहने वाली एक बुज़ुर्ग महिला तीन दिनों से भूकी थी और बहुत बीमार भी थी। इस बात की जानकारी मिलने पर भोपाल पुलिस ने उनकी मदद की। थाना अशोका गार्डन के एसआई उमेश चौहान ने चाइल्ड लाइन 1098 पर कॉल कर बताया कि “स्वदेश नगर के मकान नंबर 29 में एक बुज़ुर्ग महिला किराये से रहती हैं। उनकी उम्र करीब 70 वर्ष है। वह काफी बीमार हैं और तीन दिन से कुछ खाया-पीया नहीं है। वो अकेली रहती हैं।” जानकारी मिलते ही चाइल्ड लाइन की टीम उनके पास पहुंची और फिर उस बुज़ुर्ग महिला के घर पहुंची।
वहां जा कर देखा तो वह काफी बीमार थीं। उनसे थोड़ी बातचीत करने के बाद टीम ने उनको हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया। जिसके बाद दो डॉक्टर ने उनका इलाज कर उनको दवा दे दी और छुट्टी भी करदी। महिला से बात करने पर पता चला कि उनके साथ उनका पोता रहता था। वो ही उनकी देखभाल करता था। वह फिलहाल कुछ दिनों से बाल सुधार गृह में है। जिसके कारण उनकी देखभाल के लिए घर में कोई भी नहीं था। बीमार होने के कारण वो खाना नहीं बना पायीं, इसलिए 3 दिन से कुछ खाया भी नहीं था। भूखे होने के कारण बीमारी और कमज़ोरी और बढ़ गयी थी। महिला के ठीक होने के बाद पुलिस ने उनकी देखरेख के लिए वृद्धा आश्रम में पहुंचा दिया और अब उनके बाकी के रिश्तेदारों की जानकारी ले रही है।