देश में कोरोनावायरस के मामलों में अचानक फिर एक बार तेज़ी आ रही है। जिसको देखते हुए राज्य सरकारों के साथ साथ केंद्र सरकार भी चिंतित है। दिल्ली में बढ़ते संकट के बीच पीएम मोदी ने मंगलवार को एक बैठक की। इस बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों के बहुत से कारण बताएं। जिसमें से उन्होंने सबसे बड़ा कारण प्रदूषण (Pollution) बताया। साथ ही उन्होंने बताया कि 10 नवंबर को दिल्ली में 8,600 नए मामलों की पुष्टि हुई थी। लेकिन उसके बाद से अब तक संक्रमण दर और मामलों में तेजी से कमी आ रही है।
सूत्रों के मुताबिक सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में यह रुझान जारी रहने की उम्मीद जताई। सूत्रों ने बताया कि “मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर के अधिक गंभीर होने के अनेक कारण हैं। इनमें एक महत्वपूर्ण कारण प्रदूषण है। इसके साथ उन्होंने हाल ही में आई बायो-डिकम्पोजर तकनीक का उल्लेख करते हुए पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण उत्पन्न होने वाले प्रदूषण से निजात दिलाने के लिए प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।”
बता दें कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बढ़ते संकट को देख उन राज्यों के मख्यमंत्रियों के साथ बैठक की जहां कोरोना का कहर लगातार बढ़ रहा है। इस बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम से अनुरोध किया कि “जब तक शहर में संक्रमण की तीसरी लहर का कहर जारी है, तब तक दिल्ली स्थित केंद्र सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अतिरिक्त एक हजार आईसीयू बिस्तर आरक्षित किए जाएं।”