दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से हालात और भी ज़्यादा गंभीर होते जा रहे हैं। ऑक्सीजन की कमी से अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है और कई लोगों की जान अब भी जोखिम में है। राज्य में हुई ऑक्सीजन की कमी के मामले पर आज हाई कोर्ट में फिर सुनवाई हुई। इस दौरान केंद्र ने अपना पल्ला झाड़ते हुए इसका जिम्मेदार दिल्ली सरकार को ठहरा दिया। सुनवाई के दौरान केंद्र का जवान पढ़ते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता (Solicitor General Tushar Mehta) ने कहा कि दिल्ली सरकार को ऑक्सीजन दी गई है।
उन्होंने कहा कि “दिल्ली सरकार को पर्याप्त ऑक्सीजन आवंटित की गई है, लेकिन दूसरे राज्यों की तरह वह प्लांट से यहां मंगवाने के लिए टैंक की व्यवस्था करने में नाकाम रही।” उन्होंने कहा कि “अगर दिल्ली को 380 एमटी ऑक्सीजन भी मिलती है तो स्थिति मैनेजेबल है। हमने दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी से इस मुद्दे पर बात की है।” गौरतलब हैं कि इससे पहले शनिवार को भी इस मुद्दे पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई थी। इस दौरान भी सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने केंद्र का पक्ष रखते हुए दिल्ली सरकार को दिल्ली में हालात के बिगड़ने का जिम्मेदार बताया था।
उन्होंने कहा था कि “दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी की वजह राज्य सरकार है, क्योंकि उसने ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए न तो ठीक से प्रबंधन किया और न वह टैंकरों की व्यवस्था कर सकी।” हालांकि इस दौरान केजरीवाल सरकार का आरोप था कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से पैदा हुए हालात का कारण केंद्र सरकार है। केंद्र सरकार की वजह से ही दिल्ली में ऐसे हालात पैदा हुए। बता दें कि दिल्ली में अब कोरोना के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली में हर रोज 20 हजार से भी ज्यादा मामले हर दिन दर्ज किए जा रहे हैं।