पटना: राज्य सभा में आज ट्रिपल तलाक़ बिल पारित हो गया. ऐसा माना जा रहा था कि भाजपा की सहयोगी जदयू राज्यसभा में इस बिल का विरोध करेगी. जदयू नहीं चाहती थीं कि बिल की वजह से उसके मुस्लिम वोटर के बीच ग़लत संकेत जाए. इस बिल को जहां भाजपा मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकर्ण के लिए उठाया गया क़दम बता रही है वहीँ विपक्ष इसे सिविल लॉ को क्रिमिनल बनाने की साज़िश बता रहा है.
यही वजह थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार नहीं चाहते थे कि कोई भी ग़लत सन्देश उनके वोटर के बीच जाए. जदयू लेकिन भाजपा का समर्थन भी करना चाहती थी. यही वजह है कि जदयू ने इस बिल पर कोई विरोध करने से बचते हुए वोटिंग ही नहीं की. अगर वो बिल के ख़िलाफ़ वोट करती तो भाजपा सरकार के लिए इस बिल को पास कराना मुश्किल हो जाता.
नितीश कुमार की जदयू ने ये भी जताया कि वो इस बिल के ख़िलाफ़ है वहीँ उसने वोटिंग न करके भाजपा का फ़ायदा भी करा दिया.जनता दल यूनाइटेड के राज्यसभा सांसदों के बिल के खिलाफ मतदान से यह बिल खतरे में पड़ सकता था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर ही पार्टी के सभी सांसदों ने बजाय मतदान में बाग लेने के सदन का बहिष्कार कर दिया. इससे केंद्र सरकार को न केवल राहत मिली बल्कि इस बिल के राज्यसभा में पारित होने का रास्ता भी आसान हो गया.