कोरो’ना वाय’रस संक्र’मण की वजह से देश में लगे लॉ’कडा’उन के कारण सभी स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए थे और सभी स्कूल्स और कॉलेज के छात्रों की पढ़ाई का नुक’सान भी बहुत हुआ है। इसी के चलते कोरो’ना वाय’रस (Coronavirus) संक्रम’ण जैसे संक’ट के बीच कॉलेज के छात्रों के लिए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार ने अंडरग्रेजुएशन कोर्स के प्रथम (under graduate course student of 1st year) और द्वितीय वर्ष (under graduate students of second year) के छात्रों और पोस्टग्रेजुएशन कोर्स के दूसरे सेमेस्टर (second semester students of post graduation) के सभी छात्रों को अगले साल या सेमेस्टर में प्रमोट करने का फैसला लिया गया है। बताया जा रहा है कि छात्रों को पिछले साल के सेमेस्टर के परफॉर्मेंस के मुताबिक या फिर आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) के आधार पर अगले सेमेस्टर या अगले साल में प्रोमोट किया जाएगा। इस बात की जानकारी खुद मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीटर अककॉउंट पर ट्वीट कर दी है।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने ट्वीटर अककॉउंट पर ट्वीट कर लिखा कि, “स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षार्थियों के पूर्व वर्षों/सेमेस्टर्स के सर्वाधिक अंकों के आधार पर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे। जो परीक्षा देकर अपने अंकों में सुधार चाहते हैं, वे आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे।” और बताया कि सभी स्कूलों के ना खोलने पर चर्चा कर 31 जुलाई को निर्णय लेंगे और बताया कि 12वी कक्षा ऐसे स्टूडेंट्स जो किसी कारण 12वीं कक्षा के इम्तेहान नहीं दे पाए हैं उनके लिए एक बार फिर से परीक्षा आयोजित होगी।
बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक कोरो’ना संक’ट को मद्देनजर रखते हुए मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के हित में बड़ा निर्णय लिया। अब उन सभी स्टूडेंट्स को जो ग्रेजुएशन में 1st और 2nd सेमेस्टर में है और पोस्ट ग्रेजुएशन के 2nd सेमस्टर वाले विद्यार्थियों को उनके वर्ष/सेमेस्टर के अंकों/आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा/सेमेस्टर में प्रवेश दिया जाएगा। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि साथ ही स्नातक अंतिम वर्ष एवं स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर (final year students or fourth semester students) के परीक्षार्थियों के पूर्व वर्षों/ सेमेस्टर्स(last year or semester) में से सर्वाधिक अंक प्राप्त परीक्षा परिणाम को प्राप्तांक मानकर अंतिम वर्ष/सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम घोषित किए जाएंगे। अधिकारी ने इस बात की भी जानकारी दी कि ऐसे स्टूडेंट्स जो एग्जाम देकर अपना रिजल्ट और सुधारना चाहते हैं उनको एग्जाम देने का विकल्प भी रहेगा। वह आगामी घोषित तिथि पर ऑफलाइन परीक्षा दे सकेंगे।
सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश में वर्तमान शैक्षणिक सत्र में स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर कुल 17.77 लाख परीक्षार्थी हैं। इसी के चलते मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय में कोरो’ना के परिप्रेक्ष्य में विश्वविद्यालयीन परीक्षाओं के संचालन तथा शालाओं को प्रांरभ करने के संबंध में बैठक ली। और इस दौरान बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में सभी स्कूलों और कॉलेजों को खोलने के संबंध में 31 जुलाई को चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि जो विद्यार्थी किसी कारण 12वीं क्लास की परीक्षा नही दे पाए थे उनके लिए एक बार फिर से परीक्षा आयोजित की जाएंगी। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि ने बताया कि अगले सप्ताह से ही बच्चों को किताबों का वितरण कराने की तैयारी भी की जा रही है।