Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दौरान भीषण जाम, श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी, संगम स्टेशन बंद

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प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण शहर के प्रमुख मार्गों पर भीषण जाम की स्थिति बनी हुई है। संगम में स्नान के लिए हजारों की संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालुओं के कारण प्रयागराज आने और जाने वाले रास्तों पर वाहनों की गति थम गई है। सड़कों पर वाहनों और पैदल यात्रियों को मिनटों की दूरी तय करने में घंटों लग रहे हैं। माघ पूर्णिमा से पहले महाकुंभ में यह स्थिति देखी जा रही है।

प्रयागराज में कहां-कहां है जाम?

प्रयागराज पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के चारों तरफ से श्रद्धालु आ रहे हैं, जिसके कारण फाफामऊ, झूंसी, नैनी, वाराणसी-प्रयागराज रोड (जीटी रोड) और सुलेम सराय जैसे प्रमुख मार्गों पर जगह-जगह जाम लगा हुआ है। सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गई है, जबकि पैदल चलने वाले यात्रियों को घाटों तक पहुंचने में घंटों लग रहे हैं।

श्रद्धालुओं की कहानी

नागवासुकि मार्ग पर फैजाबाद से आए श्रद्धालु पीतांबर शुक्ला ने बताया कि उन्हें फैजाबाद से प्रयागराज तक का सफर तय करने में 17 घंटे लग गए, जबकि सामान्यतः यह दूरी पांच घंटे में तय होती है। इसी तरह, कानपुर से आए अखिलेश्वर प्रसाद ने बताया कि उन्हें बालसन से गीता निकेतन तक पहुंचने में ही एक घंटे का समय लग गया। नोएडा से आए अजय कुमार ने बताया कि उन्हें झूंसी स्थित अपने घर तक पहुंचने में 24 घंटे लग गए।

एक किलोमीटर का सफर तय करने में लग रहे घंटे

रविवार को प्रयागराज में एक किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों को दो से तीन घंटे लगे। इस दौरान लखनऊ रूट पर बेला कछार इलाके में 12 घंटे के भीतर तीन गाड़ियां ओवरहीट होने के कारण जल गईं। फायर ब्रिगेड की टीम को एक गाड़ी का शीशा तोड़कर यात्रियों को बाहर निकालना पड़ा। इस घटना में दो लोग बुरी तरह से झुलस गए।

पांच किलोमीटर तक लगी वाहनों की कतारें

जनपदीय सीमा पर स्थित सभी सात प्रमुख मार्गों पर भी जाम की स्थिति बनी हुई है। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर श्रृंग्वेरपुर धाम से मलाक हरहर तक का 23 किलोमीटर का सफर तय करने में चार घंटे से ज्यादा का समय लगा। इसी तरह, प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर करछना से जाम की स्थिति रही। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, गुजरात और महाराष्ट्र से आने वाले वाहनों को करछना की ओर डायवर्ट किया गया, जिससे हालात और बिगड़ गए।

व्यवस्था पर उठ रहे सवाल

वसंत पंचमी के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है, जिसके कारण ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई है। चौखंडी निवासी अधिवक्ता शांतनु सिंह ने कहा कि मुख्य स्नान पर्वों पर यातायात की दिक्कत समझी जा सकती है, लेकिन आम दिनों में भीषण जाम की स्थिति चिंताजनक है। बैरहना निवासी संजय सिंह ने कहा कि शहर के साथ-साथ जिले की सीमाओं पर भी वाहनों का तांता लगा हुआ है।

महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा कई कदम उठाए गए हैं, लेकिन भीड़ और यातायात की समस्या अभी भी बनी हुई है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से धैर्य बनाए रखने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की है।