देश में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बढ़ते पेट्रोल और डीजल के दामों से हर कोई परेशान आ गया है। बता दें कि शुक्रवार को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़त की गई थी। इस दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इन बढ़ती कीमतों की वजह बताई है। उनका कहना है कि रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे इस युद्ध के कारण ही ईंधन की कीमतों को बढ़ाया जा रहा है। एक कार्यकर्म के दौरान नितिन गडकरी ने ये बयान दिया है।
इस कार्यकर्म के दौरान उनसे ईंधन की बढ़ती कीमतों पर सवाल किया गया। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि “भारत में 80 प्रतिशत तेल आयात किया जाता है. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं और हम इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं। हम 2004 से भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रहे हैं। जिसके साथ हमें स्वदेशी ऊर्जा उत्पादन क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अपना खुद का ईंधन बनाने की जरूरत है।”
यहां विपक्ष का मानना है कि सरकार के चुनाव के कारण पेट्रोल और डीजल के दामों को नियंत्रण में रखा था, लेकिन अब जब चुनाव खत्म हो गए हैं तो सरकार इनकी कीमत बढ़ाना शुरू कर दी है। लेकिन नितिन गडकरी ने इसको गलत बताया और बोले कि कीमतों में बढ़ोतरी का कारण रूस और यूक्रेन की ये जंग है। बता दें कि इस दौरान उन्होंने हिंदुत्व को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि “धर्म और समुदाय एक-दूसरे से अलग हैं। तो कभी-कभी, हिंदुत्व की व्याख्या ईसाई विरोधी और मुस्लिम विरोधी के रूप में की जाती है. पिछले सात वर्षों में केंद्र सरकार की कोई भी योजना किसी के साथ भेदभावपूर्ण वाली नहीं रही है. हमारी योजनाओं में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं था।”