मुंबई आतंकी हमलों के गुनहगार आतंकी हाफिज सईद ने कश्मीर में भड़की हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है. हाफिज ने कहा कि कश्मीर में हुए विरोध मार्च की अगुवाई लश्कर का एक कमांडर कर रहा था. हमेशा खुद को लश्कर-ए-तैयबा से अलग बताने वाले हाफिज ने 26/11 हमलों के बाद पहली बार आतंकी संगठन के बारे में सार्वजनिक तौर पर कुछ कहा है.
पाकिस्तान समेत दुनिया भर में लश्कर के बैन होने की वजह से हाफिज सईद हमेशा जमात-उद-दावा को खुद का संगठन बताते हुए खुले तौर पर लश्कर से कनेक्शन होने की बात से इनकार करता रहा.
बीते दो दिनों से पाकिस्तान सरकार ने कश्मीर में भड़की हिंसा को और बढ़ाने की कोशिश की है और इसे सिविल राइट से जोड़कर फायदा उठाने की भी कोशिश कर रही है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने यूएन से संपर्क साधा तो वहीं, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कश्मीर में मारे गए हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को शहीद करार दिया था. कई पाकिस्तानी एनजीओ और मीडिया ने कश्मीर में भड़की हिंसा को भारत के खिलाफ विद्रोह की तरह पेश करते हुए इसे पाकिस्तान में शामिल होने की आवाज बताया है.
बुधवार को पाकिस्तान के फैसलाबाद में जमात-उद-दावा के कार्यकर्ताओं की बैठक में हाफिज सईद ने कहा, ‘हिजबुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद कश्मीर में हुए विरोध-प्रदर्शनों की अगुवाई लश्कर का एक कमांडर कर रहा था.’ हाफिज ने उस शख्स का नाम अमीर बताया है. यह प्रदर्शन पाकिस्तान के समर्थन में कश्मीरियों को एकजुट करने के लिहाज से शुरू किए गए थे.