मुंबई : मुंबई की एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं से जुड़े धनशोधन मामले में यहां की एक विशेष अदालत ने सोमवार को शिवसेना सांसद संजय राउत की न्यायिक हिरासत 14 दिन और बढ़ा दी है।
संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 1 अगस्त को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत उपनगरीय गोरेगांव में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें सोमवार को न्यायिक रिमांड की समाप्ति पर विशेष PMLA न्यायाधीश MG देशपांडे के समक्ष पेश किया गया।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के करीबी संजय राउत ने इन सभी आरोपों से इनकार किया है। पात्रा चॉल केस में जेल में बंद शिवसेना सांसद संजय राउत की मुसीबत और बढ़ गई है। अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत 14 दिन आगे यानी 19 सितंबर तक बढ़ा दी है। बता दें कि 1 अगस्त को संजय राउत को ED ने मुंबई के उत्तरी उपनगरों में एक पुनर्विकास परियोजना से संबंधित कथित धन शोधन के मामले में गिरफ्तार किया था।
इससे पहले कोर्ट ने 21 अगस्त को उनकी न्यायिक हिरासत 5 सितंबर तक के लिए बढ़ायी थी। संजय राउत पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। मामला मुंबई के पात्रा चॉल के जमीन पर बने फ्लैटों की जगह नए घर बनाने को लेकर हुई गड़बड़ी का है। ईडी का कहना है कि इस मामले में बड़े पैमाने पर अवैध तरीकों से रुपयों का लेन-देन किया गया है।