मुश्किल में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, घर में 12 घंटे तक चली तलाशी, गोपनीय दस्तावेज ले गए अधिकारी

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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की मुश्किलें आए दिन बढ़ती जा रही हैं। घर से गोपनीय दस्तावेज मिलने के मामले में उनकी परेशानी कम होती नहीं दिख रही है। दरअसल, जो बाइडन के घर पर एक बार फिर से छापेमारी की गई है।

अमेरिकी न्याय विभाग की छापेमारी के दौरान बाइडन के घर से छह और गोपनीय दस्तावेज मिले हैं जो कि उनकी मुश्किलें और बढ़ा सकती हैं। इस बात की पुष्टि बाइडन के निजी वकील बॉब बाउर ने की है। वकील बॉब बाउर ने बताया कि यह तलाशी करीब 12 घंटे तक चली।

बाइडन के वकील के मुताबिक शुक्रवार को न्याय विभाग के अधिकारियों ने गोपनीय दस्तावेजों की तलाशी के लिए जो बाइडन के डेलवेयर स्थित घर और विलमिंगटन स्थित पूर्व ऑफिस में छापेमारी की थी। गोपनीय दस्तावेज उस वक्त के हैं जब जो बाइडन उप राष्ट्रपति थे। आरोप है कि वह पद छोड़ने से पहले गोपनीय दस्तावेज अपने साथ ले गए थे।

जांच को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि नवंबर में उनके निजी कार्यालय में गोपनीय दस्तावेज पाए जाने से पहले उनका खुलासा नहीं करने पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं और इसे जल्दी से हल करने के लिए उत्सुक हैं। मुझे लगता है कि आप पाएंगे कि वहां कुछ भी नहीं है। मुझे कोई पछतावा नहीं है। वकीलों ने मुझे जो बताया है, मैं उसका पालन कर रहा हूं। घटनाक्रम के सामने आने के बाद करीब हफ्ते भर में उनकी पहली सार्वजनिक टिप्पणी आई है।

ट्रंप के घर से कुछ गुप्त क्लासिफाइड फाइलें मिली हैं जिसके बाद से उनके ऊपर जांच का खतरा मंडराने लगा है। हालांकि, इस मामले में अब डोनाल्ड ट्रंप का भी बयान सामने आ गया है। उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि इन फाइलों को कुछ नफरती संघीय अधिकारियों द्वारा प्लांट किया गया है ताकि वे मुझे फंसा सकें।

लेकिन, मैं इसे हल्के में ले रहा हूं क्योंकि मुझे पता है कि ये सब मुझे फंसाने के लिए किया गया है और इसमें कोई भी सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान कुछ भी गलत नहीं किया। यह सब मेरे खिलाफ साजिश रचने की योजना है।