कोरोना संक्रमण से पूरा देश परेशान है। हर कोई इससे निजात चाहता है। लेकिन अभी तो यह मुमकिन नहीं है क्योंकि कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी कर दी गई है। दूसरी लहर के बीच देश का काफी नुकसान हुआ। इस नुकसान को देखते हुए अब पूरे देश में तीसरी लहर से बचाव के लिए तैयारी शुरू हो गई हैं। बिहार में भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए 350 एम्बुलेंस का वितरण किया है। इसके साथ ही लोगों को प्रदूषण से बचाने के लिए उन्होंने 50 सीएनजी बसों का परिचालन शुरू किया है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि “लोगों को अस्पताल ले जाने में दिक्कत ना हो इसके लिए मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना के तहत एंबुलेंस दिये गये। जल्द ही 850 एंबुलेंस और लाभुकों को दिये जायेंगे। इसके साथ ही पटना शहर में प्रदूषण को कम करने के लिए सीएनजी बसों का परिचालन किया जा रहा है।” अपने इस कार्यक्रम को अंजाम देने के बाद सीएम नीतीश ने मीडिया से भी बातचीत की और इस बातचीत के दौरान उन्होंने जातीय जनगणना (Caste Census) की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना हर हाल में होना ही चाहिए।
सीएम ने कहा कि “2019 के फरवरी और 2020 के फरवरी में विधानसभा से यह सर्व सहमति से प्रस्ताव पारित किया गया कि जनगणना जाति आधारित हो। एक बार जातीय आधार पर जनगणना जरूर होनी चाहिए। इससे पता चलेगा की SC- ST के अलावा गरीब-गुरबा तबके के जो लोग हैं, उनकी संख्या क्या है। उनको इसका लाभ मिलेगा। पार्लियामेंट में बताया गया कि यह नहीं हो सकता है तो हमने फिर आग्रह किया है जातीय जनगणना होनी चाहिए।”