दुनिया के सबसे ज़्यादा प्रदूषित 10 शहरों की सूची में आठ शहर एशिया के हैं। और इनमें भी भारत की राजधानी दिल्ली का पहला नंबर है। जबकि पाकिस्तान का लाहौर दूसरे नंबर पर है। जब नोएडा शहर की हवा अपने ख़तरनाक स्तर पर पहुंच गई, तब जाकर प्रशासन हरक़त में आया। और प्रशासन द्वारा सेक्टर 32 स्थित वेब सिटी के प्रोजेक्ट पर चल रहे निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मौक़े से 25 लोगों को गिरिफ्तार करके दो आरएमसी प्लांट बंद कराकर पोप्लेन को ज़ब्त कर लिया गया है।
दिल्ली की वायु के प्रदूषित होने का असर राजनेताओं पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है। प्रदूषण को लेकर हरियाणा सरकार के बचाव में उतरे उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल जो आंकड़े प्रस्तुत कर रहे हैं वह तत्वों से बहुत दूर हैं। उनका कहना था कि केजरीवाल पहले दिल्ली में जलाए जा रहे कूड़े पर अंकुश लगाएं। और दिल्ली से लगते हुए सभी राज्यों के बैठक आयोजित करें। दुष्यंत चौटाला का कहना है कि केजरीवाल राजनीति से ऊपर उठकर प्रदूषण की समस्या का समाधान करवाएं।
वहीं दिल्ली एनसीआर में लगातार ज़हरीली होती जा रही हवा को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी गंभीर हो गया है। और इस मामले में पर्यावरण प्रदूषण रोकथाम एवं नियंत्रण प्राधिकरण (EPCA) 4 नवंबर को वायु प्रदूषण को लेकर एक रिपोर्ट दाखिल करेगा। और अरुण मिश्रा की अगुवाई में पड़ोसी राज्यों पंजाब-हरियाणा में जलाई जा रही पराली को लेकर भी सुनवाई करेगा।
वहीं गैस चैंबर में तब्दील हो चुके दिल्ली-एनसीआर जहां की हवा में सांस लेना 40 सिगरेट पीने के बराबर हो चुका है, वहां के लोगों के लिए एक राहत भरी हल्की बयार चलने की ख़बर है। और हल्की हवा के साथ-साथ गुरूग्राम, फरीदाबाद समेत एनसीआर के इलाकों में हल्की बूंदाबांदी और नोएडा में हल्की बारिश की भी ख़बर है। भारतीय मौसम विभाग के वैज्ञानिक के.वी सिंह के अनुसार शनिवार शाम से हवा की गति में इज़ाफ़ा हो सकता है। और 6 नवंबर के बाद बारिश की संभावना है।