कांग्रेस हमेशा से ही देश की सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है। सबसे बड़ी और सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पिछले कुछ सालों से दबती नजर आ रही हैं। कई राज्यों से पार्टी का सफाया हो चुका है। लेकिन अब फिर एक बार पार्टी और पार्टी से जुड़े लोगों ने पार्टी को उभारने का जिम्मा उठाया है। जानकारी के अनुसार पार्टी खुद को पुराने ढंग में ढालने के लिए तैयार है। जेसी पार्टी ये आजादी के समय थी। इसके लिए पार्टी चुनावी रणनीति को बदलने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
सूत्रों ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा है कि “कांग्रेस अपने प्रवक्ताओं, नेताओं को टीवी बहसों और प्रेस कॉन्फ्रेंस/भाषणों के दौरान कांग्रेस को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नाम का इस्तेमाल करने की सलाह देने के लिए पूरी तरह तैयार है।” देखा जाए तो भाजपा और कई पार्टी कांग्रेस पर जब निशाना साधती हैं तो हमेशा कांग्रेस के राष्ट्रवाद और कांग्रेस नेतृत्व की भारतीयता पर सवाल उठाया जाता है। जिसको नजर में रखते हुए पार्टी का मानना है कि ये दोहराना जरूरी है कि पार्टी आज भी भारतीय है।
बता दें कि इन बातों को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने पिछले दिनों उदयपुर में अपने प्रस्ताव को हिंदी में ही पढ़ा था। इसके साथ ही इसको जारी भी हिंदी में ही किया गया था। हालांकि बाद में इसका अंग्रेजी में अनुवाद किया गया। बताते चलें कि भाजपा का प्रचार करने का तरीका कांग्रेस से काफी बेहतर है और खुद कांग्रेस इस बात का जिक्र कर चुकी है। अपने एक बयान में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बात का जिक्र किया था।