पंजाब नेशनल बैंक से दो अरब डॉलर का घोटाला करने वाले भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी, उसके भाई निशाल मोदी और उसके कर्मचारी सुभाष परब के खिलाफ इंटरपोल ने सीबीआई के अनुरोध पर रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।
सूत्रों के अनुसार यह नोटिस 29 जून को जारी किया गया था लेकिन इंटरनेशनल पुलिस कोऑपरेशन एजेंसी ने इसे आज सार्वजनिक किया है। उनके मुताबिक इससे नीरव मोदी की सीमा पार सुगम आवाजाही अब मुश्किल हो जाएगी और हो सकता है कि इसी के रास्ते उसे गिरफ्तार भी कर लिया जाए।
इंटरपोल ने यह रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) मुंबई की विशेष अदालत में दाखिल सीबीआई के आरोप पत्र और वहां के विशेष न्यायाधीश जेसी जगदाले द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के आधार पर जारी किया है। आरसीएन में इंटरपोल ने अपने 192 सदस्य देशों से कहा है कि अगर भगोड़ा व्यक्ति उनके देश में देखा जाता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाए या हिरासत में ले लिया जाए। इसके बाद उसके प्रत्यर्पण या निर्वासन की प्रक्रिया शुरू की जा सकेगी।
देश के सबसे बड़े बैंक घोटाले के सामने आने से कई हफ्ते पहले, जनवरी के पहले सप्ताह में नीरव मोदी ने अपनी पत्नी अमी मोदी जो अमेरिकी नागरिक हैं, भाई निशाल मोदी जो बेल्जियम का नागरिक है और मामा मेहुल चोकसी के साथ देश छोड़ दिया था। इन सभी के नाम आरोपियों के रूप में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में हैं। कथित भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के अलावा निशाल और परब के नाम आरोप पत्र में शामिल किए हैं। नीरव और उसके मामा मेहुल चोकसी ने कारोबार और सेहत संबंधी कारणों और अन्य वजहों का हवाला देते हुए जांच में शामिल होने के लिए भारत लौटने से इनकार कर दिया।