Income Tax Returns की संख्या हर साल बढ़ती ही जा रही है. इस साल करीब 7.3 करोड़ लोगों ने ITR भरे हैं. मार्च, 2025 तक यह आंकड़ा 9 करोड़ को पार कर सकता है. हालांकि, अगर सरकार 8 लाख रुपये की सालाना इनकम को टैक्स फ्री करने का फैसला करती है, तो यह आंकड़ा बहुत आसानी से पार किया जा सकता है. एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस छूट को देने की डिमांड उठाई जाने लगी है. ऐसे में सरकार 60 से 80 साल के सीनियर सिटीजन को यह राहत दे सकती है.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के इकोनॉमिक डिपार्टमेंट की इस रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, अगर सरकार को असेसमेंट ईयर 2024-25 में आईटीआर की संख्या में तेज इजाफा करना है तो उसे ऐसे कदम उठाने से हिचकना नहीं होगा. अगर सीनियर सिटीजन को यह छूट दी जाती है तो रिटर्न फाइल करने वालों की संख्या में जबरदस्त इजाफा होगा.
SBI की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल करीब 2 करोड़ और ITR फाइल होने की उम्मीद है. ऐसे में वित्त वर्ष के अंत तक आईटीआर की संख्या 9 करोड़ को पार कर जाएगी. अगले साल यह आंकड़ा 10 करोड़ को आसानी से पार कर सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि असेसमेंट ईयर 2022 में कुल 7.3 करोड़ ITR भरे गए थे. असेसमेंट ईयर 2024 में यह आंकड़ा 8.6 करोड़ रहा था.
हालांकि, तय तारीख के बाद आईटीआर भरने वालों की संख्या तेजी से घटती जा रही है. ऐसे में समझ आ रहा है कि अब लोगों में ITR तय समय से भरने का अनुशासन बढ़ता जा रहा है. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने भी प्रक्रिया और फॉर्म को आसान बनाकर ITR भरना आसान बना दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार को टीडीएस कटौती के दायरे में सुधार करना चाहिए. साथ ही TDS सर्टिफिकेट में भी बदलाव करने चाहिए