यह तो हम सब जानते ही हैं कि सूप स्वास्थ्य की दृष्टि से शरीर के लिए कितने फ़ायदेमंद होते हैं। सूप पीने से शरीर को पौष्टिकता तो मिलती ही है साथ ही इनका लाजवाब स्वाद ज़ुबान को भी ख़ूब भाता है और बरसात के मौसम में अगर गर्मागर्म सूप का मज़ा लिया जाए तो ये हमें पूरी पौष्टिकता तो देता ही है, साथ ही मौसम का मज़ा भी दोगुना कर देता है। तो आज जानते हैं कि स्वाद और सेहत का मेल कैसे मिलता है सूप से।
हम अक़्सर सूप खाना खाने से पहले इ पीते हैं क्योंकि खाना खाने से पहले अगर गरमा गरम सूप सेवन किया जाए तो भूख़ खुलकर लगती है ये सेहत की दृष्टि से बहुत अच्छा है। बीमारी में अक्सर हमारी भूक कम हो जाती है और सही पोषण न मिलने से हमारा शरीर बहुत कमज़ोर और शक्तिहीन हो जाता है। ऐसे में डॉक्टर सूप को खाने में आवश्यक रूप से शामिल करने की सलाह देते हैं, ताकि सूप से शरीर को ऊर्जा और शक्ति मिले। इससे बीमारी से जल्द से जल्द उबरने में सहायता मिलती है। इसी तरह जब हम बीमार होते हैं तो शरीर में पानी की बहुत कमी भी हो जाती है, ऐसे में सूप पीने से शरीर में पानी की मात्रा और पौष्टिकता दोनों बढ़ाती है।
सूप पौष्टिकता से भरपूर होता है क्योंकि उसमें उन सब्ज़ियों और खाद्य पदार्थों के सारे पौष्टिक तत्व होते हैं, जिनसे उसे बनाया जाता है। जो तरल रूप में हमारे शरीर में पहुंचकर उसे ऊर्जावान बनाते हैं। अगर स्वाद के दृष्टिकोण से देखा जाए तो जवाब मिलेगा सूप बेहद स्वादिष्ट भी होते हैं साथ ही ये पचने में भी बहुत आसान होते हैं सूप पीकर शरीर में भारीपन भी नहीं लगता और पेट भर भी जाता है।
अगर किसी वजह से ज़ुबान का स्वाद बिगड़ गया है और कुछ भी खाना अच्छा नहीं लग रहा तो बस पीकर देखिये स्वादिष्ट गरमागरम सूप हल्की काली मिर्च डालकर। अगर ज़ुखाम है या गले में ख़राश या गले में दर्द तो गर्मागर्म सूप बहुत राहत पहुँचाता है। ख़ासकर टमाटर का सूप सर्दी ज़ख़ाम में फ़ायदेमंद होता है। इसके साथ ही आप चाहें तो सब्ज़ियों का सूप भी पी सकते हैं।
अगर आप हेल्थ हेल्थ कॉन्शियस हैं और अपने वज़न पर नियंत्रण रखना चाहते हैं और मोटापे से जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहते हैं, सूप से बेहतर आपके लिए क्या हो सकता है इससे मिले पोषण भी और शरीर में जाने वाली सब्ज़ियों की मात्रा से शरीर बने हेल्थी बिना एक्स्ट्रा कैलोरी के। इससे शरीर की कमज़ोरों भी दूर होती है और बढ़ती है शरीर की इम्युनिटी। साथ ही सूप का प्रतिदिन सेवन करने से म्यूकस पतला हो जाता है जिससे बैक्टिरिया और वायरस से बचाव होता है और संक्रमण का ख़तरा भी नहीं रहता।