महाराष्ट्र विधानसभा चु’नाव को अगर राज’नीति की पाठशा’ला की संज्ञा दी जाए, तो उसमें कोई अतिश’योक्ति नहीं होगी क्योंकि महाराष्ट्र विधानसभा चु’नाव के परि’णामों के आने के बाद से पल-पल महाराष्ट्र की राज’नीति ने जैसे भी रं’ग दिखाए, जितने सिया’सी समीकर’ण बने बिग’ड़े और फिर जिस तरह एक बिल्कुल ही अचं’भित कर देने वाले गठबं’धन की सर’कार सामने आई। यह पूरा घटनाक्र’म राजनीति का असली सबक सिखाने की क्ष’मता रखता है। महाराष्ट्र की सर’कार में गठबं’धन का हि’स्सा राकांपा के अध्यक्ष शरद पवार जिन्होंने इस सिया’सत की बिसा’त पर जीत की बा’ज़ी खेली, उनका एक ब’यान सामने आया है जिसने महाराष्ट्र की सिया’सत को एक बार फिर से सुर्खि’यों में ला खड़ा किया है।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार का कहना है कि “मोदी ने मुझे साथ मिलकर काम करने का प्र’स्ताव दिया था। मैंने उनसे कहा था कि हमारे निजी संबं’ध बहुत अच्छे हैं और वे हमेशा रहेंगे लेकिन मेरे लिए साथ मिलकर काम करना संभव नहीं है” शरद पवार ने इस बात को सिरे से ख़ा’रिज कर दिया कि केंद्र सर’कार ने उन्हें देश का राष्ट्रपति बनने का कोई प्रस्ता’व दिया था। हालांकि शरद पवार ने यह माना कि सुप्रिया सुले जो शरद पवार की बेटी हैं और पुणे के बारामती से लोकसभा सदस्य हैं, उन्हें मोदी सर’कार की कैबि’नेट में मंत्री बनाने का प्रस्ता’व दिया गया था।
शरद पवार ने अजीत पवार को श’पथ दिलाने की बात पर कहा कि अजीत पवार को श’पथ दिलाने का फ़ै’सला सोच-समझकर लिया गया था। उन्होंने कहा कि उन्हें जब अजित पवार के देवेंद्र फडणवीस को सम’र्थन देने के बारे में पता चला, तो उन्होंने उद्धव ठाकरे से कहा था कि जो हुआ वह ठीक नहीं है। उन्होंने उद्धव ठाकरे को भरो’सा दिलाया कि वह अजीत पवार की बगावत को दबा देंगे।
जब उनकी पार्टी राकांपा में सब को इस बात का पता लगा कि अजित पवार के उठाए क़द’म को शरद पवार का सम’र्थन नहीं है, तो जो पांच-दस विधा’यक उनके साथ थे, उन पर द’बाव बढ़ गया। राकांपा अध्यक्ष ने साफ किया कि उन्हें इस बारे में पता नहीं कि क्या परिवार में किसी ने अजित पवार से उनके फडणवीस को सम’र्थन देने के फ़ैसले पर पुनर्वि’चार की बात की थी। लेकिन परिवार में सभी का यह ज़रूर मानना था कि अजित पवार ने ग़ल’त किया। बाद में शरद पवार ने भतीजे अजित पवार से कहा भी था कि जो कुछ भी उन्होंने किया, वह क्ष’म्य नहीं है। जो कोई भी ऐसा करेगा उसे परि’णाम भु’गतना पड़ेगा, और वह अप’वाद नहीं हैं।