संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र का आज से आगाज होगा। इस सत्र में सरकार चार बिल पेश करेगी, जिसको लेकर संसदीय बुलेटिन में जानकारी दी गई थी। हालांकि, विपक्ष एक बार फिर इस पर हंगामा कर सकता है। विपक्षी पार्टियों ने इस विशेष सत्र में 9 मुद्दों पर सरकार को घेरने का एजेंडा बनाया है। विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के नेताओं ने बीते दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर मीटिंग कर सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की है।
इसको लेकर सोनिया गांधी ने भी पीएम मोदी को एक पत्र लिखा है, जिसमें 9 मुद्दे उठाए गए हैं। सोनिया द्वारा लिखी गई चिट्ठी में महंगाई, किसानों को एमएसपी, अदाणी, मणिपुर, हरियाणा हिंसा, जातीय जनगणना, केंद्र और राज्यों में टकराव, चीन सीमा और बाढ़ से राज्यों को हुए नुकसान जैसे मुद्दों को उठाया गया है। आज पहले दिन की कार्यवाही पुराने संसद भवन में होगी। अगले दिन से नए संसद भवन में कार्यवाही होगी।
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में विशेष सत्र के एजेंडे को फिर से साफ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमने पहले ही अपने एजेंडे की घोषणा कर दी थी और आज 75 वर्षों की यात्रा पर चर्चा होगी क्योंकि पीएम मोदी ने 2047 से पहले भारत को एक विकसित देश बनाने की शपथ ली है।
कई ऐसे मुद्दे हैं जिसे केंद्र की मोदी सरकार संसद के इस विशेष सत्र में उठा सकती है। ऐसा ही मुद्दा महिला आरक्षण है, जिसपर सरकार बड़ा कदम उठा सकती है। विपक्ष भी इसको लेकर बिल लाने की मांग कर सकता है।