अमेरिका में ये चीज़ बन गयी है जानलेवा, मृत्यु का आँकड़ा नहीं ले रहा थमने का नाम

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e- cigarette

नित नयी चीज़ें लोगों के बीच लोकप्रिय होती जा रही है इससे होने वाले नुक़सान के बारे में विचार किए बिना कभी फ़ैशन तो कभी आसपास की देखादेखी में युवा अक्सर ऐसी चीज़ों के सम्पर्क में आते हैं। कुछ इसी तरह ई-सिगरेट युवाओं में तेज़ी से अपनी पैठ बना रही है। कई युवा तो बस ई-सिगरेट को जानने के लिए तो कई अन्य अपने दोस्तों को देखकर उनका अनुसरण करते हुए इसके शिकार बन रहे हैं। बता दे की स्वास्थ्य पर पड़ने वाले इसके प्रतिकूल प्रभावों की वजह से भारत में तो इसे पहले ही पूरी तरह से बैन किया जा चुका है।

ख़बरों के अनुसार ई-सिगरेट पीने की वजह से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को झेल रहे मरीज़ो में 70 फ़ीसदी पुरुष तो 80 फ़ीसदी महिलाएं शामिल हैं। और सबसे डराने वाली बात यह है कि इनकी उम्र 35 वर्ष से भी कम है। ई-सिगरेट आज दुनिया के लिए गंभीर समस्या का रूप ले चुकी है। क्योंकि किसी भी देश के लिए उसकी युवा शक्ति बहुत महत्व रखती है। और यह युवा शक्ति को ही खोखला कर रही है। भारत में इसके गंभीर परिणामों को समझकर ही इसे बैन किया है, लेकिन ऑनलाइन विदेश से अवैध रूप से इसकी बिक्री जारी है।

बता दें कि ‘सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन’ के निदेशक रॉबर्ट रेडफील्ड ने कहा, ‘दुर्भाग्य से इस बीमारी को अमेरिकी लोगों ख़ासकर युवाओं पर पड़ने वाले स्वास्थ्य संबंधी ख़तरों के बढ़ने के लिहाज़ से देखें तो यह एक भयावह समस्या का महज़ एक छोटा सा हिस्सा हो सकता है। एजेंसी के अनुसार पुराने मरीजों में भी फिर से बीमारी के लक्षण नज़र आ रहे हैं। अमेरिका में ई-सिगरेट के इस्तेमाल से फेफड़ों पर पड़े बुरे असर की वजह से अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है। और इसकी वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के शिकार लोगों की संख्या भी लगातार तेज़ी से बढ़ती जा रही है। अमेरिका में भी कुछ राज्यों में ई-सिगरेट पर बैन लगा दिया गया है।