अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों को लेकर तैयार ज़ोर शोर से जारी हैं। कोरोनावायरस की महामारी के बीच होने वाले इन चुनावों के लिए प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) और जो बाइडेन (Joe biden) के बीच आखिरी और फाइनल प्रेसिडेंशियल डिबेट भी पूरी हो गई है। इस बहस में दोनों के बीच काफी टकराव रहा। खबर के मुताबिक इस प्रेसिडेंशियल डिबेट को नैशविल के बेलमोंट विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया था और इस दौरान दोनों के बीच कोरोना, कोरोना वैक्सीन और कई अलग मुद्दों को लेकर काफी बहस छिड़ी।
इस की शुरुवात कोरोनावायरस के खत्म होने के बाद देश के हालात के बारे में बातचीत से शुरू हुई। जिसको लेकर जो बाइडेन ने कहा कि “कोरोना के कारण पैदा हुई स्थिति संभालने में ट्रंप प्रशासन नाकाम रहा है।” ट्रंप पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि “कोरोना वायरस की वजह से 2,20,000 अमेरिकी लोगों की मौत के बाद ट्रंप को चुनाव के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए।” जिसके बाद ट्रंप ने कोरोना वैक्सीन को लेकर बात करते हुए कहा कि “वैक्सीन जल्द आने वाली है और अगले कुछ हफ्तों में इसकी घोषणा कर दी जाएगी। देश में कोरोना के मामलों के उछाल आना अब ख़त्म हो गया है। कुछ ही हफ़्तों में इसकी वैक्सीन भी हमारे पास होगी।”
चीन से फैले इस वायरस को लेकर जो बाइडेन से सवाल किया गया कि चीन की इस बड़ी गलती पर उन्हें क्या सजा देंगे। जिसके जवाब में जो बाइडेन ने कहा कि “मैं चीन के साथ अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार चलूंगा।” जिसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि चाहे कुछ भी हो लेकिन इससे पहले चीन को इसकी कीमत चुकानी होगी। ट्रंप ने कहा कि “न्यूयॉर्क ‘भूतिया शहर’ में बदल रहा है. ट्रंप ने कहा कि देश को बंद नहीं कर सकते नहीं तो देश के लोग आत्महत्या करना शुरू कर देंगे।” देश में कोरोना से मरने वाले लोगों को लेकर उन्होंने कहा कि “यह मेरी गलती नहीं है, यह जो बाइडेन की भी गलती नहीं है, यह चीन की गलती है जो अमेरिका में आई।”