देश में बड़े पैमाने पर बेरोजगार मौजूद हैं। कोरोना वायरस (corona virus) के कारण लगे लॉक डाउन (lockdown) में ये संख्या और भी ज़्यादा बढ़ गई। जिसके लेकर अब सरकार की ओर से कई कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार ने देश के 8 राज्यों में टॉय मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स (Toy manufacturing clusters) को मंजूरी दी है। जिससे देश में रोज़गार बढ़ने की संभावना है। इस फैसले के चलते देश के पारंपरिक खिलौना उद्योग को बढ़ावा दिया जाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक इन राज्यों में मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडू का नाम शामिल है।
बता दें कि इन क्लस्टर्स (clusters) के निर्माण में करीब 2,300 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इन क्लस्टर्स में लकड़ी, लाह, ताड़ के पत्ते, बांस और कपड़ों के खिलौने बनाए जाएंगे। एमएसएई मंत्रालय के अधिकारी ने अपने बयान में कहा कि “सरकार क्लस्टर्स बनाने के लिए बेहद तेजी से काम कर रही है। अब 6 महीने में मंजूरी मिल रही है। इसके बाद उन्हें स्थापित करने में करीब 6 महीने और लग रहे हैं।
इस बीच खबर है कि 27 फरवरी से देश में पहली बार वर्चुअल इंडिया टॉय फेयर-2021 (Virtual india toy fare 2021) का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में देशभर के 1,000 से ज्यादा खिलौना निर्माताओं के खिलौनों को देखने और उन्हें खरीदने का अवसर मिलेगा। गौरतलब हैं कि सरकार ने जिन 8 राज्यों में टॉय मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स की अनुमति दी है। उनमें सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में 3 कलस्टर बनेंगे। इसके बाद राजस्थान में 2, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडू में एक-एक टॉय मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स का निर्माण होगा।