नई दिल्ली। ज़ी हिंदुस्तान टीवी चैनल पर लाइव शो के दौरान मार-पीट के मामले में मौलाना एजाज़ अरशद क़ासमी के बाद सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता एडवोकेट फराह फ़ैज़ उर्फ लक्ष्मी वर्मा पर भी FIR दर्ज की गई है। इससे पहले फ़राह फ़ैज़ उर्फ लक्ष्मी वर्मा ने क़ासमी के खिलाफ थाना सेक्टर 20 में मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद मौलाना के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया था।
एक समाचार पत्र के मुताबिक, एडवोकेट फराह फ़ैज़ उर्फ लक्ष्मी वर्मा के खिलाफ दर्ज एफआईआर में कहा गया कि फराह फैज़ ने मौलाना पर पहले हमला करते हुए उन्हें थप्पड़ मारा। जिसके बाद प्रतिक्रिया में अपनी रक्षा करते हुए मुफ्ती एजाज अरशद कासमी ने भी फराह फैज़ को थप्पड़ लगा दिया।
चैनल के लाइव डिबेट वीडियो में भी साफ नजर आ रहा है कि बहसबाजी के दौरान महिला ने पहले मौलाना को थप्पड़ जड़ दिया जिसके बाद मौलाना ने खुद का बचाव करते हुए महिला को थप्पड़ लगा दिया।
मौलाना मुफ्ती एजाज़ अरशद क़ासमी आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य भी हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक ट्वीट करके बताया है कि मौलाना एजाज़ अरशद क़ासमी के मारपीट मामले में एक तीन सदस्यीय कमेटी गठन करके जांच की जा रही है। यह कमेटी मौलाना रबी हसानी नदवी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
बोर्ड के ट्वीट का जवाब देते हुए एआईएआईएम प्रमुख असद्दुदीन ओवैसी ने लिखा है कि मौलाना एजाज़ अरशद क़ासमी को बोर्ड की सदस्यता से बर्खास्त किया जाना चाहिए। हमें इस मामले में कमेटी की क्या जरूरत है।