किसानों की अर्थव्यवस्था सुधारेंगी गौ माता

किसानों की अर्थव्यवस्था सुधारेंगी गौ माता

भारत मे एक भी गाय की हत्या नहीं होगी

ग्रामीण भारत और किसानों की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से श्री हरि सत्संग समिति ने एकल अभियान के अंतर्गत गायों के संरक्षण और संवर्धन के लिए गौ ग्राम योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत चयनित गाँवों के किसानों को निःशुल्क गौवंश उपलब्ध कराए जाएंगे साथ ही किसानों को गोबर और गौमूत्र से जैविक और अन्य उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। किसानों के बनाये जैविक उत्पादों को एकल अभियान उचित मूल्य पर क्रय भी करेगा। इससे किसानों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होने में मदद मिलेगी।

एकल अभियान द्वारा गौ ग्राम योजना की औपचारिक शुरुआत विगत गोपाष्टमी पर्व के दिन बृंदावन के गोवर्धन धाम पर की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन साध्वी ऋतंभरा दीदी तथा महामंडलेश्वर मोहनीदास ने संयुक्त रूप से की।

गोवर्धन धाम स्थित सुर श्याम गौशाला में आयोजित इस भव्य उद्घाटन कार्यक्रम का शुभारंभ गोवर्धन परिक्रमा तथा गिरिराज मंदिर में पूजा अर्चना से किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुषमा अग्रवाल ने की तथा मुख्य अतिथि तरुण शर्मा थे।

इस अवसर पर एकल अभियान के संस्थापक अध्यक्ष श्याम गुप्ता ने योजना की रूपरेखा के बारे के विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि आदि काल से ही भारतीय संस्कृति के केंद्र में हमारी गौमाता रही हैं। हमारी अर्थव्यवस्था भी गौ वंश पर आधारित थी। वर्तमान में भारत गौ मांस निर्यात का सबसे बड़ा केंद्र बना हुआ है। हमारा लक्ष्य गौ वंश को बचाना है सतज ही किसानों की अर्थव्यवस्था को गौ वंश के मध्यम से बढ़ाना भी है। किसानों के बीच गाय वितरित करने कार्य आगामी मार्च 2021 से किया जाएगा। श्री गुप्ता ने बताया कि प्रथम चरण में झारखं के 10 तथा पश्चिम बंगाल के 6 प्रखंडों से इसकी शुरुआत की जाएगी जिसका चयन पूर्व में ही हो चुका है। सभी चयनित प्रखंडों के 8 हजार किसानों को गौवंश दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना से देश भर के गौशालाओं पर होने वाले करोड़ों रुपये की भी बचत होगी।

भारत मे एक भी गाय की हत्या नहीं होगी

श्याम गुप्ता ने कहा कि देश मे ऐसी परिस्थिति का निर्माण करने की योजना है जिससे अगले तीन चार वर्षों में भारत मे एक भी गाय की हत्या नहीं होगी। साथ ही आवारा घूम रहे गौवंश भी दिखाई नहीं देंगे। इस योजना से किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान से भी निजात मिलेगी।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि एकल अभियान के इस पुनीत कार्य को मैं प्रणाम करती हूं। यह एक तप है और जीवन में तप किये बिना कुछ भी संभव नहीं है। गौ माता और धरती माता को पीड़ा से मुक्त कराने के लिए हमें तप से गुजरना पड़ेगा। साध्वी ने कहा कि हमने ऐसे भारत की परिकल्पना नहीं की थी जहाँ गौ माता की इतनी दुर्दशा हो, इसी का परिणाम है कि आज भारत की सनातन संस्कृति का लोप हो रहा है।इसे हमे वापस लाना है और इसकी शुरुआत एकल अभियान ने कर दी है। गौ सेवा द्वारा संस्कार देने के संकल्प के रूप में प्रत्येक ग्रामीण परिवार में गौ वंश को पहुँचाकर उसकी सेवा के द्वारा पुनः सनातन संस्कृति का प्रादुर्भाव करेंगे और इस देश को महान बनाएंगे।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी मोहनीशरण दास जी ने कहा कि 33 कोटि देवताओं को अपने शरीर मे धारण करने वाली गौ माता की पीड़ा को योजनाबद्ध तरीके से दूर करने के लिए एकल अभियान ने गौ ग्राम योजना का आरम्भ किया है। इस योजना को ग्रामवासी और नगरवासी दोनों हाथ मिलाकर सफल बनाएंगे।

इस योजना से एक तरफ जहां गौवंश की रक्षा होगी वहीं दूसरी तरफ गाँव के लोग भी आत्मनिर्भर बनेमगे। गौ वंश से दूध के अलावा उसके गोबर और गौमूत्र से भी आमदनी होगी। गौ सेवकों को गौमूत्र से कीटनाशक और गोबर से अन्य उत्पाद जैसे दीपक अगरबत्ती जैविक खाद आदि बनाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

कार्यक्रम में लायी गयी गायों का विधिवत पूजन कर उन्हें गौ सेवक परिवारों को सौंप दिया गया।