रुद्रप्रयाग जिला पंचायत अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के आरोप, राजेंद्र शाह ने की बर्खास्त करने की मांग

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देहरादून: प्रदेश कांग्रेस महासचिव राजेन्द्र शाह ने जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग को भारी भ्रष्टाचार में लिप्त होने के चलते पद से बर्खास्त किये जाने की मांग की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को लिखे पत्र में प्रदेश महामंत्री राजेन्द्र शाह ने जिला पंचायत रुद्रप्रयाग में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष को तत्काल बर्खास्त किये जाने की मांग की।

उन्होंने कहा कि जिला पंचायत रूद्रप्रयाग में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। जिला पंचायत के अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी योजनाओं के लिए आवंटित धन की खुली बंदरबाट हो रही है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत रूद्रप्रयाग में विभागीय भ्रष्टाचार के चलते विकास का एक भी काम परवान नहीं चढ़ पाया है तथा विकास के लिए आवंटित धनराशि बिना किसी काम के ठेकेदारों और अधिकारियों की जेब में चली गयी है।

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राजेन्द्र शाह ने सोनप्रयाग पार्किंग के ठेके में हुए भारी भ्रष्टाचार का मामला उठाते हुए कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा केदारनाथ तीर्थ यात्रा व्यवस्था हेतु सोनप्रयाग पार्किंग की निविदा लागत 25 लाख रूपये से अधिक होने के बावजूद निविदा प्रक्रिया में ई-टेंडरिंग की अनदेखी पर आक्रोष व्यक्त करते हुए निर्देश जारी किया जाना स्पष्ट करता है कि निविदा में जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा भारी भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। इस संदर्भ में न्यायालय के आदेशोें के उपरान्त 3 सदस्यीय जांच समिति गठित की गई थी।

जिसकी जांच से स्पष्ट होता है कि एच-1 फर्म के स्वामी भारत भूषण भट्ट के जिला पंचायत सदस्य होने के चलते 2,71,71,771.00 (दो करोड़ इकहत्तर लाख इकहत्तर हजार सात सौ इकहत्तर रूपये मात्र) की ऐवज में भ्रष्टाचार की नीयत से एच-2 फर्म स्वामी योगेश राणा की संगम कन्स्ट्रक्शन को 2,57,77,777.00 (दो करोड़ सत्तावन लाख सतहत्तर हजार सात सौ सतहत्तर रूपये मात्र) पर जारी करते हुए जिला पंचायत को लगभग चौदह लाख रूपये का चूना लगाया गया, जो जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा किये जा रहे भारी भ्रष्टाचार की ओर इंगित करता है। यह जिला पंचायत रूद्रप्रयाग में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार की एक बानगी है।

प्रदेश कांग्रेस महामंत्री राजेन्द्र शाह ने कहा कि इस प्रकरण की जांच के उपरान्त दोषियों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। इसी प्रकार प्रधानमंत्री घर-घर नल, घर-घर जल योजना में विभागीय अधिकारियों द्वारा मिलीभगत कर पुरानी पेयजल लाइनों को नई पेयजल लाईन बताते हुए करोड़ों रूपये का भ्रष्टाचार किया गया है।

जिन नेताओं पर कांग्रेस में रहते हुए भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप लगे तथा उनके खिलाफ जांच में भी भ्रष्टाचार के साक्ष्य पाये जाने पर न्यायालय द्वारा भी निर्देशित किया गया था परन्तु उनके भाजपा मे शामिल होते ही उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर अधिकारियों द्वारा मिलीभगत कर लीपा-पोती की जा रही है।

राजेन्द्र शाह ने यह भी कहा कि जिला पंचायत रुद्रप्रयाग, पौड़ी एवं चमोली में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायती पत्र के माध्यम से आपसे पूर्व में भी आग्रह किया गया था परन्तु इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्होंने जिला पंचायत रुद्रप्रयाग, पौड़ी एवं चमोली में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच तथा रुद्रप्रयाग में पार्किंग ठेके मे न्यायालय के आदेशों एवं जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर जिला पंचायत अध्यक्ष रुद्रप्रयाग के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल पद से हटाये जाने की मांग की।