देहरादून : सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर ईडी की चार्जशीट ने कांग्रेस खेमे में उबाल ला दिया। नेशनल हेराल्ड केस में संपत्तियां जब्त होने की खबर के बाद कांग्रेसियों का ग़ुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के सभी जनपदों में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जबरदस्त प्रदर्शन किया व गिरफ्तारियां दीं। राजधानी देहरादून में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह व वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन व प्रशासन सूर्यकांत धस्माना के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने परेड ग्राउंड में एकत्रित हो कर जुलूस निकाला व केंद्र सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व ईडी के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी करते हुए क्रॉस रोड स्थित ईडी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान ईडी कार्यालय के सामने जब पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह व उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना बैरिकेडिंग को लांघ कर कार्यकर्ताओं के साथ मुख्य द्वार पर पहुंचे तो नारेबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं से पुलिस की झड़प हो गई और जबरदस्त धक्का मुक्की हुई, जिस पर प्रीतम सिंह व धस्माना सड़क पर धरने पे बैठ गए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने भी वहां पहुंच कर सड़क पर ही धरना शुरू कर दिया।
सैकड़ों कार्यकर्ता ईडी कार्यालय पर देर तक नारेबाजी और प्रदर्शन करते रहे और लगभग सवा एक बजे भारी पुलिस बल ने कार्यकर्ताओं को घेर कर गिरफ्तारी शुरू कर दी और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व अध्यक्ष चकराता विधायक प्रीतम सिंह , प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन सूर्यकांत धस्माना, महानगर अध्यक्ष डॉक्टर जसविंदर सिंह गोगी, परवादून जिला अध्यक्ष मोहित उनियाल, मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी समेत दर्जनों पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर पुलिस लाइन पहुंचा दिया जहां से बाद में सभी को मुचलकों पर रिहा कर दिया गया।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री नव प्रभात, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट,प्रदेश कोषाध्यक्ष ,आयरेन्द शर्मा, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी, पूर्व विधायक राजकुमार, जयेंद्र रमोला, श्रम प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश सिंह कौशल, प्रदेश प्रवक्ता सुजाता पॉल, डॉक्टर प्रतिमा सिंह, गिरिराज किशोर हिंदवाण, महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती उर्मिला थापा, श्रीमती शिल्पी अरोड़ा, श्रीमती सुशीला शर्मा, अनुराधा तिवारी, अभिनव थापर, सरदार अमरजीत सिंह,संजय किशोर, नगर निगम पार्षद अर्जुन सोनकर, ऐतात खान, जाहिद अंसारी, रॉबिन त्यागी, अभिषेक तिवारी, पूर्व महानगर अध्यक्ष लाल चंद शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष गौरव सिंह, मोहन काला, प्रमोद गुप्ता, संजय भारती, अनुज दत्त शर्मा, गोपाल गडिया, कमर सिद्दीकी, विनीत प्रसाद भट्ट बंटू, सुमित खन्ना समेत सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल रहे।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पूर्वाग्रहों से ग्रसित हो कर गांधी परिवार के खिलाफ ईडी सीबीआई व अन्य जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जिन सोनिया गांधी ने 2004 व 2009 में अवसर व पूर्ण बहुमत होते हुए प्रधानमंत्री का पद अस्वीकार कर दिया, उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का अनर्गल आरोप लगा कर चार्जशीट लगाना हास्यास्पद है।
उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में राहुल गांधी एक मात्र नेता हैं जो बिना डरे आरएसएस व भाजपा की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ खुल कर बोल रहे हैं व संघर्ष कर रहे हैं इसलिए उनको खामोश करने के लिए भाजपा सरकार ये हथकंडे अपना रही है किन्तु ना सोनिया राहुल झुकेंगे ना कांग्रेस कार्यकर्ता डरेंगे।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि अगर मोदी सरकार यह सोचती है कि वो कांग्रेस के नेताओं को जेल लाठी डंडे का भी दिखा कर खामोश कर देगी तो यह उनकी गलत फहमी है क्योंकि उनको याद करना चाहिए कि जब १९७७ में जनता सरकार ने श्रीमती इंदिरा गांधी को डराने धमकाने की कोशिश की थी और उनको जेल भेजा था तो पूरा भारत खड़ा हो गया था और वो जनता पार्टी की सरकार जिसका आजमी भाजपा जन संघ के रूप में हिस्सा थी मात्र ढाई साल में धराशाई हो गई थी। उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार में साहस है तो वो एक बार फिर कांग्रेस नेताओं का दमन कर के देख ले पूरे भारत की जनता एक बार फिर कांग्रेस को सत्ता में वापस ले कर आ जाएगी।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन व प्रशासन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि आज जिस प्रकार से उत्तराखंड व पूरे देश में केवल बारह घंटे पहले के आह्वान पर लाखों कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र की मोदी सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ सड़कों पर उतर आया भविष्य में मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ करोड़ों लोग जेल भरने के लिए भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि आज राजधानी देहरादून समेत पूरे प्रदेश के सभी जनपदों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी के दुरपयोग किए जाने के व श्रीमती सोनिया गांधी व राहुल गांधी के विरुद्ध ईडी द्वारा चार्जशीट दाखिल किए जाने के विरोध में जगह जगह प्रदर्शन किए।