कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने मोदी सरकार पर आर्थिक सु’स्ती को लेकर हम’ला बोला है। उन्होंने कहा कि पिछली 6 तिमाही में देश की जीडीपी 8 से 4.5 प्रतिशत पर आ गई है, लेकिन सरकार का इस दिशा में सुधा’र करने का कोई प्लान नहीं है।कांग्रेस की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय बजट पर केंद्र सरकार की आलो’चना करते हुए उन्होंने आरो’प लगाया कि मोदी सरकार उस असहा’य डॉक्टर की तरह है जो मरीज की बीमारी का पता लगाने और प्रभावी इला’ज करने में अक्ष’म है।
चिदंबरम ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था बि’गड़ी पड़ी है। इसके लिए कोई समाधा’न नहीं खोजा जा रहा है। सरकार इस माम’ले पर जिद्दी रवै’या अपनाए हुए है। नोटबंदी, जीएसटी और टैक्स टेररिजम से देश की अर्थव्यस्था अपने सबसे बु’रे दौर में चली गई है। उन्होंने कहा, “इस सरकार ने अच्छे दिन लाने का वादा किया था। मैं आपके सामने पिछली 6 तिमाही के आंक’ड़े रखता हूं। 8 प्रति’शत से 7, 6.6, 5.5, 5 और अब 4.5 प्रति’शत। क्या यही सरकार के अच्छे दिन हैं।”
पूर्व वित्तमंत्री ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर स्थिति यह है कि मरीज बहुत ही कम’जोर है। डॉक्टर ने खुद को अ’योग्य साबित कर दिया है। डॉक्टर द्वारा बीमा’री को ठीक करने के लिए किए जा रहे इला’ज निराशाजनक रूप से गल’त हैं।” उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. अरविंद सुब्रह्मण्यम जैसे लोग जो बीमा’री का इला’ज कर सकते थे उन्हें सरकार से बाह’र जाने दिया गया।”चिंदबरम ने कहा, ‘‘ बीमा’री का पता लगा पाने में डॉक्टर असहा’य है।” उन्होंने कहा, ‘‘कम से कम डॉक्टर यह तो कह सकता है… मुझे खे’द है। हमने गल’ती की है, क्या डॉ.मनमोहन सिंह आएंगे और हमें परामर्श देंगे।”