पश्चिम बंगाल में चुनाव (Assembly elections 2021) के दौरान नंदीग्राम सीट पर मिली हार के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee) की मुश्किलें बढ़ गई थी। लेकिन अब चुनाव आयोग (Election commission) के फैसले के बाद उनके लिए रास्ता खुल गया है। बता दें कि चुनाव आयोग ने 30 सितंबर को पश्चिम बंगाल (West Bengal) की हाई प्रोफाइल भवानीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव करवाने का फैसला लिया है। गौरतलब हैं कि ममता बनर्जी फिलहाल विधानसभा की सदस्य नहीं है। जिसके कारण वह 6 महीनों से ज्यादा मुख्यमंत्री पद पर बरकरार नहीं रह सकती।
लेकिन अब चुनाव आयोग के फैसले से उनको विधानसभा की सदस्य बनने का एक मौका मिला है। जिसका वो भरपूर फायदा उठाएंगी। नंदीग्राम सीट पर बीजेपी नेता सुभेंदु अधिकारी से हारने के बाद वह अपनी इसी पारंपरिक सीट भवानीपुर (Bhabanipur Assembly Constituency) से उपचुनाव लड़ेंगी। बताते चलें कि इसके अलावा चुनाव आयोग ने इस ही दिन राज्य की शमशेरगंज और जांगिपुर सीट पर भी चुनाव करवाने का फैसला किया। साथ ही ओडिशा की पिपली विधानसभा सीट पर भी इस दिन ही उपचुनाव होगा।
इस फैसले को सुनाते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि “संवैधानिक आवश्यकता और पश्चिम बंगाल राज्य के विशेष अनुरोध पर विचार करते हुए, एसी 159 – भबानीपुर सीट के लिए उपचुनाव कराने का निर्णय लिया गया है।” इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों और संबंधित मुख्य चुनाव अधिकारियों के विचार और सलाह को ध्यान में रखते हुए अन्य 31 विधानसभा क्षेत्रों और 3 संसदीय क्षेत्रों में उपचुनाव नहीं कराने का फैसला किया गया है।” गौरतलब हैं कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा में होने वाले उपचुनाव के परिणाम 3 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे।