भारत और चीन के बीच हुए विवाद के बाद से ही दोनों देशों की सीमाओं पर जवान तैनात हैं। इस बीच भारत अपनी पूरी तैयारियों में लगा हुआ है। मंगलवार के दिन थल सेना के ब्रह्मोस (BrahMos missile) का टेस्ट किया गया। जो कि पूरी तरह से सफल रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक इस मिसाइल को कार निकोबार के एक द्वीप से दूसरे द्वीप में छोड़ा गया है। बता दें कि भारत-चीन के बीच चल रहे विवाद के दौरान ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के बहुत से टेस्ट किए जा रहे हैं।
भारतीय सेना द्वारा किए जा रहे इस टेस्ट का मकसद है मिसाइल को और ज़्यादा ताकतवर बनना। जिसके चलते आज थल सेना ने ब्रह्मोस का परीक्षण किया। गौरतलब रहें कि थल सेना के बाद वायुसेना और नौसेना भी मिसाइल का टेस्ट करने के लिए तैयार हैं। वायुसेना और नौसेना आवाज से तीन गुना तेज मिसाइल का टेस्ट करने जा रही हैं। इससे पहले इस मिसाइल की रेंज 290 किलोमीटर थी जिसको अब बढ़ाकर 450 किलोमीटर कर दिया गया है।
ब्रह्मोस (BrahMos missile) की खासियत के बारे में बताएं तो ये हर तरह से इस्तेमाल की जा सकती है। खासतौर पर इसको कम दूरी तक और सटीक तेज गति से वार करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है और इस काम के लिए यह दुनिया की सबसे बेहतरीन मिसाइल है। इसे जमीन से, पानी के जहाज से, पनडुब्बी से या फिर विमान से भी छोड़ा जा सकता है। बताया जा रहा है कि LAC पर हुए भारत-चीन के विवाद के बाद से ही इसको लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में बॉर्डर पर तैनात किया जा चुका है।