देश में कोरोना संकट के दौरान ऑनलाइन कई तरह के काम किए जा रहे हैं। ऐसे में कोई इसका सही इस्तेमाल कर रहा है तो कोई गलत। देश में साइबर क्राइम काफी बढ़ गया है। हाल ही में बुल्ली बाई ऐप केस भी सामने आया है। बता दें कि इस ऐप पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें शेयर कर उनकी नीलामी की जा रही थी। जिसके बाद मामला दर्ज होने पर इसकी जांच शुरू कर दी गई। दिल्ली पुलिस की विशेष सेल इस मामले की जांच में जुटी है। बता दें कि अब तक इस मामले में कई गिरफ्तारी हो चुकी हैं और दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने अब मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
यह गिरफ्तारी असम में की गई है और नीरज बिश्नोई नाम के इस शख्स को बुल्ली बाई ऐप का क्रिएटर बताया जा रहा है। इस मामले की जांच कर रहे केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि “बिश्नोई भोपाल स्थित एक संस्थान में इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष का छात्र है। उन्हें असम के जोरहाट में उनके गृहनगर से गिरफ्तार किया गया था और आज दोपहर दिल्ली लाया जाएगा।” गौरतलब हैं कि ये इस मामले की चौथी गिरफ्तारी है। इससे पहले तीन गिरफ्तारियां मुंबई पुलिस के साइबर सेल द्वारा की गई थीं। 21 वर्षीय छात्र मयंक रावल, 19 वर्षीय श्वेता सिंह और इंजीनियरिंग के छात्र विशाल कुमार झा को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सूत्रों के मुताबिक श्वेता सिंह इस मामले की मास्टरमाइंड हैं। श्वेता ऐसे ही तीन ऐप के अकॉउंट को कंट्रोल कर रही थी। पहले आरोपी बॉट्स के जरिये कंटेंट पोस्ट करते थे, बाद में ओरिजनल अकॉउंट से पोस्ट करने लगे। हालांकि पुलिस ने ये भी बताया कि वास्तव में किसी महिला की ‘बोली’ नहीं हुई थी। आरोपियों का मकसद महिलाओं को अपमानित करना और उन्हें डराना था।