बिहार की राजनीति में लगातार हलचल देखने को मिल रही है। राज्य में सियासी युद्ध तबसे जारी है, जबसे नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़ राजद का हाथ थामा है। तबसे लगातार राज्य में सियासी पलटवार देखने को मिल रहा है। राज्य में अपनी ताकत को दिखाने के लिए जेडीयू और राजद को फ्लोर टेस्ट का सामना करना पड़ेगा। लेकिन उससे पहले ही भाजपा ने अपना दांव चल दिया है। बता दें कि बुधवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने जमीन-रेलवे नौकरियों के मामले में छापा मारी शुरू कर दी है। इस छापामारी में राष्ट्रीय जनता दल के तीन नेताओं को भी शामिल किया है।
मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय जनता दल के सांसद अशफाक करीम, फ़ैयाज़ अहमद और MLC सुनील सिंह के घर आज सुबह पहुंच सीबीआई ने छानबीन शुरू कर दी है। इस छापामारी को लेकर राजद ने भाजपा पर निशाना भी साधा है। राजद एमएलसी और बिस्कोमान पटना के अध्यक्ष सिंह ने इसको लेकर एक बयान भी जारी किया है। इस बयान को जारी करते हुए उन्होंने कहा कि “यह जानबूझकर किया जा रहा है। इसका कोई मतलब नहीं है। वे यह सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि डर के मारे विधायक उनके पक्ष में आएंगे।”
छापामारी से पहली ही राजद के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इसकी जानकारी दे दी थी। उन्होंने बताया था कि सीबीआई बुधवार की सुबह बिहार में कई स्थानों पर छापामारी कर सकती है। उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि “बौखलाई हुई भाजपा के सहयोगी CBI, ED, IT बिहार में अतिशीघ्र ही रेड की तैयारी कर रहे है। पटना में जमावड़ा शुरू हो चुका है. कल का दिन महत्वपूर्ण है।”