बिहार की राजनीति में फिर एक बार बदलाव होने की संभावना जताई जा रही है। खबर मिली है कि भाजपा और जदयू का गठबंधन टूटने वाला है और जेडीयू विपक्ष के साथ मिलकर बिहार में नई सरकार बना सकती है। नीतीश कुमार की पार्टी के नेताओं का मानना है कि भाजपा पार्टी के साथ जुड़कर उनकी पार्टी को कमजोर बनाना चाहती है और इसके लिए वह पार्टी के कई नेताओं को अपने साथ जोड़ना चाहती है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जेडीयू जल्दी ही भाजपा से अलग होकर आरजेडी, लेफ़्ट फ़्रंट और कांग्रेस के साथ मिल कर वैकल्पिक सरकार बना सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार कल यानि मंगलवार के दिन बिहार की राजनीति पटना में जेडीयू ने अपने सभी सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में इस मुद्दे को लेकर चर्चा हो सकती है। इसके साथ ही आपको बता दें कि इस दौरान आज कांग्रेस ने भी अपने विधायकों की एक बैठक पटना में बुलाई है। वहीं दूसरी ओर खबर है कि 10 से 12 तारीख के बीच तेजस्वी यादव ने भी अपने सभी विधायकों को पटना में ही रहने के निर्देश दिए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार बिहार की राजनीति में उलटफेर होना पक्का है।
हालांकि फिलहाल जेडीयू की ओर से कोई भी बयान सामने नहीं आया है जिससे ये साबित हो सके की एनडीए गठबंधन टूट रहा है। कल जेडीयू के एक नेता ने इसको लेकर बोला था कि पार्टी में सब कुछ सही है और एनडीए सरकार आगे भी रहेगी। लेकिन बिहार की राजनीति में कब बदलाव हो जाए इस बात का अंदाजा कोई नहीं लगा सकता। अब देखना होगा कि ये खबरें सही साबित होती हैं या नहीं।