देश भर में कोरोना वाय’रस के संक्र’मण चक्र को तोड़ने के लिए 25 मार्च को लॉकडाउन लगाया गया था। जिसकी अवधि बढ़ा कर 3 मई कर दी गई है। इसी बीच सरकार ने रविवा’र को चेन्नई के साथ साथ तमिलनाडु के और भी पांच शहरों में सख्त लॉकडाउन लगाने का आदेश दिया है। साथ ही तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने कोरोना वाय’रस के ताज़ा मामलों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि तमिलनाडु में अभी तक कोरोना वाय’रस से तकरीबन 1600 लोग संक्र’मित हो चुके हैं वहीं 20 लोग इस वाय’रस से अभी जान गंवा बैठे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “रविवा’र सुबह छह बजे से चार दिन का सख्त लॉकडाउन चेन्नई, मदुराई और कोयंबटूर में घोषित किया गया है जो बुधवा’र रात 9 बजे तक रहेगा। इसी क्रम में तिरुपुर और सालेम में तीन दिन तक लॉकडाउन रहे जो कि रविवा’र सुबह छह बजे से मंगलवा’र रात 10 बजे तक रहेगा।”
बता दें कि तमिलनाडु में कोरोना वाय’रस से सबसे ज़्यादा प्रभावित शहर यहीं हैं। इन्हीं पांच शहरों में कोरोना वाय’रस से संक्र’मित काफी लोग पाए गए हैं। केवल चेन्नई में ही कोरोना वाय’रस के 400 केस सामने आए हैं। वहीं चेन्नई के बाद कोयंबटूर और तिरुपुर आते हैं जिनमें 134 और 110 मामले मिले हैं। तमिलनाडु में इस सख्त लॉकडाउन के दौरान बस अस्पतालों, फॉर्मेसी जैसे आवश्यक सेवाप्रदान करने वाली राज्य-संचालित दुकानें, रियायती दर पर भोजन उपलब्ध कराने वाली सरकार द्वारा संचालित अम्मा कैंटीन, एटीएम, होम डिलीवरी, मोबाइल सब्जी और फलों की दुकानें ही खुली रहेंगी। गैर जरूरी सामान की दुकानों पर प्रति’बंध रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि “इस सख्त लॉकडाउन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम होंगे और कंटेनमेंट जोन्स को कीटाणुरहित करने केलिए कड़े कदम उठाए जाएंगे। लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खि’लाफ मामला दर्ज किया जाएगा और उनके वाहनों को जब्त किया जाएगा। किराने की दुकानों और रेस्तरां से लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित करने और सोशल डिस्टेसिंग सुनिश्चित करने को कहा जाएगा।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हफ्ते की शुरुआत में ही राज्य के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी से कोरोना वाय’रस को लेकर बात की थी। मुख्यमंत्री ने इस बीच कोरोना वाय’रस टेस्टिंग किट की मांग की थी। बता दें कि कोरोना वाय’रस को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च को लगाए लॉकडाउन को बढ़ा दिया है। कोरोना वाय’रस के कार’ण देश भर में अभी तक 700 से ज़्यादा लोगों की मौ’त हो चुकी हैं तो वहीं इससे 23 हज़ार से अधिक लोग संक्र’मित हो चुके हैं।