चार हिमालयी राज्यों में ‘सिक्योर हिमालय’ परियोजना की हुई शुरुआत

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हिमालय के वन्यजीवों और जैव विविधता के संरक्षण तथा उनके विकास के लिए सिक्योर हिमालय परियोजना का शुभारम्भ केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ.हर्षवर्द्धन ने किया। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के सहयोग से शुरू होने वाली ‘सिक्योर हिमालय’ परियोजना देश के चार हिमालयी राज्यों में सोमवार से प्रारंभ हुई।

इस परियोजना के तहत उत्तराखंड, हिमाचल, सिक्किम व जम्मू-कश्मीर के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में अब जैवविविधता के संरक्षण के साथ ही वहां रह रहे लोगों के लिए आजीविका विकास को प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। चीन और नेपाल की सीमाओं से सटे उत्तराखंड में गंगोत्री नेशनल पार्क व गोविंद वन्यजीव विहार से लेकर अस्कोट अभयारण्य के उच्च हिमालयी क्षेत्र को सिक्योर हिमालय परियोजना में शामिल किया गया है। गोविंद वन्यजीव विहार में आने वाले 43 और अस्कोट अभयारण्य के 17 गांवों के निवासियों को परियोजना के तहत आजीविका विकास से जुड़े कार्यक्रमों का लाभ मिलेगा। इसके अलावा इस उच्च हिमालयी क्षेत्र में जैव विविधता के साथ ही हिम तेंदुओं समेत दूसरे वन्यजीवों के संरक्षण को कदम उठाए जाएंगे।

छह साल तक चलने वाली इस परियोजना में इस वर्ष उत्तराखंड को 25 करोड़ रुपये की राशि मिलेगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड समेत परियोजना में शामिल चारों राज्यों के संरक्षित क्षेत्रों में जैवविविधता, वन्यजीव संरक्षण और इन इलाकों से सटे अथवा इनके अंतर्गत आने वाले गांवों में आजीविका विकास के मद्देनजर एक्शन प्लान तैयार किए गए हैं।
परियोजना के प्रथम चरण में गंगोत्री से लेकर अस्कोट तक के संरक्षित क्षेत्रों में पड़ने वाले इको टूरिज्म, जड़ी-बूटी व फलोत्पादन, रोजगारपरक प्रशिक्षण, चारा विकास से संबंधित कार्यक्रम विभिन्न विभागों के सहयोग से संचालित किए जाएंगे। इन क्षेत्रों में हिम तेंदुओं की गणना के मद्देनजर वहां कैमरा ट्रैप की संख्या बढ़ाई जाएगी।