कोरोना की दूसरी लहर ने देश में काफी तबाही मचाई, जिसको देखते हुए सरकार ने तीसरी लहर के लिए पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। बता दें कि कोरोना से लड़ाई के लिए केवल एक ही हतियार है और वो है वैक्सीन। सरकार देशवासियों को इस संकट से बचाने के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दे रही है। लेकिन परेशानी की बात ये है कि अभी तक 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को ही वैक्सीन दी जा रही है। लेकिन एक्सपर्ट का मानना है कि कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित करेगी। जिसके चलते सबकी चिंताएं बढ़ गई थी। लेकिन भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने बच्चों की वैक्सीन बनाकर सबको राहत दी है।
बता दें कि भारत बायोटेक द्वारा बनाई गई कोवैक्सीन (Covaxin children) को ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी (SEC) ने 2 से 18 वर्ष के बच्चों के टीकाकरण के लिए मंजूरी दे दी है। जानकारी के मुताबिक नवंबर के दूसरे हफ्ते तक बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान शुरू कर दिया जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी से बात करने पर पता चला कि ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) सिफारिशों की समीक्षा कर रहा है। डीसीजीआई ने इन्हें मंजूरी दे दी तो अगले ही महीने बच्चों के टीकाकरण का अभियान शुरू कर दिया जाएगा।
अधिकारी ने बातचीत के दौरान कहा कि “DCGI द्वारा वैक्सीन को मंजूरी दिए जाने के बाद नेशनल टेक्निकल एडवायजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन के सदस्य मामले को अपने हाथों में ले लेते हैं और मंजूरी के लिए कंपनी द्वारा सबमिट किए गए डाटा का आकलन करते हैं। वे भारत बायोटेक से अतिरिक्त इनपुट भी मांग सकते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “वैक्सीन के प्रभाव और सुरक्षित होने से जुड़े डाटा के आधार पर NTAGI टीकाकरण में बच्चों के लिए प्राथमिकता सूची तैयार करेगी। लिस्ट को तैयार करने में तीन हफ्ते का समय लग सकता है। ये लिस्ट ही बच्चों के टीकाकरण अभियान की रीढ़ होगी और इससे ठोस योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी।”