उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में एक महिला के साथ सामूहिक बलात्कार करने के बाद उसको जान से मार दिया। बदायूं में हुए इस सामूहिक बलात्कार से लोगों को दिल्ली का निर्भया कांड याद आ गया। इस मामले के अपराधियों की दरिंदगी का पता इस बात से लगाया जा सकता है कि बलात्कार के बाद पीड़िता की पसलियां तक टूट गई थीं। उनके दोनों पैर भी तोड़ डाले गए थे। पीड़िता घटना वाले दिन मंदिर गई थी। वहां मौजूद पुजारी और उसके साथियों ने मिल कर उसका बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने देर रात घटना को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण को गिरफ्तार कर लिया। इस बीच शुक्रवार को बदायूं के जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने बताया कि “जिले में कानून-व्यवस्था नियंत्रण में है और पीड़ित परिवार को हर संभव मदद जिला प्रशासन की तरफ से दी जा चुकी है।” उन्होंने कहा कि मुख्य आरोपी के खिलाफ पुलिस जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करेगी। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का निर्देश दिया है।
बदायूं जिले में हुई इस वारदात ने दुनिया भर के लोगों को हिला कर रख दिया है। इस गैंगरेप और हत्या का मुख्य आरोपी सत्यनारायण उसी गांव में छिपा था, जिसमें उसने इस घिनौने काम को अंजाम दिया था। इसके दोनों साथियों को पुलिस पहले ही पकड़ चुकी थी। जिसके बाद पुलिस ने सत्यनारायण पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया। जिसके बाद गुरुवार देर रात को पुलिस इसको भी पकड़ने में सफल रही। हालांकि इससे पहले पुलिस ने कुएं में गिरने के कारण महिला की मौत होने की बात कही थी। साथ ही पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के बाद पोस्टमॉर्टम करने से भी इंकार किया था।