बीते कुछ समय से महाराष्ट्र सरकार पर मुसीबतें छाईं हुई हैं। इस बीच अब एक और बड़ी खबर सामने आ रही है। जानकारी के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन के एक मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार देर रात को इस खबर के सामने आने के बाद महाराष्ट्र सरकार को एक और बड़ा झटका लगा। बता दें कि अनिल देशमुख के बाद अब डिप्टी सीएम अजित पवार पर एक्शन लिया गया है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक्शन लेते हुए 1000 करोड़ की संपत्ति को सीज करने का नोटिस दिया है।
जानकारी के मुताबिक जल्दी ही पवार के खिलाफ इनकम टैक्स द्वारा बेनामी एक्ट के तहत की गई कार्रवाई को आधार बनाते हुए ईडी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत एक नया मामला दर्ज कर सकती है। इसका कार्य ईडी द्वारा जल्दी ही शुरू किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि “ये कार्रवाई विभाग ने बेनामी एक्ट (Income Tax Department under Benami Act) के तहत की है। यानी इनकम टैक्स विभाग की शुरुआती तफ़्तीश के दौरान मिले कई सबूतों और दस्तावेजों के आधार पर बने रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई थी कि गलत तरीके यानी अवैध तौर पर अर्जित पैसों से कई बेनामी संपत्तियों में निवेश किया गया। इसी वजह से इस प्रॉपर्टी को फिलहाल सीज कर लिया गया है।”
बता दें कि इससे पहले भी पवार से जुड़े लोगों के खिलाफ ईडी ने कार्यवही की थी। इस दौरान डिपार्टमेंट के सामने कई बातें खुल के सामने आई। बताया जा रहा है कि अजित पवार के कई ऐसे रिश्तेदारों के यहां भी छापेमारी की गई थी जिन पर काला धन छुपाने, टैक्स की चोरी करने, अवैध तौर पर अर्जित पैसों को प्रॉपर्टी सहित अन्य कारोबार में निवेश करने का आरोप लगा था। इस बीच पवार से जुड़े लोगों के करीब 184 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्तियों की जानकारियां जुटाई गई थी।