ऑगस्‍टा वेस्‍टलैंड घूसकांड को लेकर संसद में हंगामा

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नई दिल्‍ली : यूपीए सरकार के समय में हुए ऑगस्‍टा वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में बीजेपी ने सोनिया गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं को निशाना बनाने की योजना बनाई है ताकि मुख्य विपक्षी दल को घेरा जा सके जो उत्तराखंड मामले को लेकर राज्यसभा में कार्यवाही बाधित कर रही है। ऑगस्‍टा रिश्‍वत मामले में आज संसद की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा होने लगा।

बीजेपी बुधवार को संसद के दोनों सदनों में ऑगस्‍टा घूसकांड का मामला उठाएगी ताकि इस मामले में सोनिया और कांग्रेस को घेरा जा सके। बता दें कि इस मामले में इटली कोर्ट के फैसले से कांग्रेस बैकफुट पर आ गई है। लोकसभा में आज मीनाक्षी लेखी ऑगस्‍टा का मुद्दा उठाएंगी। वहीं, राज्‍यसभा में सुब्रमण्‍यम स्‍वामी यह मामला उठाएंगे। सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने आज राज्‍यसभा में इस पर नोटिस दिया। स्‍वामी ने कहा कि सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह और अहमद पटेल से इस घूसकांड में पूछताछ होनी चाहिए।

दूसरी ओर, इस मामले से निपटने और रणनीति बनाने के लिए सोनिया के आवास दस जनपथ पर आज एक अहम बैठक हुई। कांग्रेस ने इस मामले में संसद में चर्चा कराने का निर्णय किया है। इस मामले में कांग्रेस ने दोनों सदनों में चर्चा का नोटिस दिया है। वहीं, ऑगस्‍टा डील पर मनमोहन सिंह ने आज कहा कि जो भी होगा कांग्रेस ही जवाब देगी। ऐसा कोई मामला नहीं है। गौर हो कि मिलान कोर्ट ऑफ अपील्‍स के फैसले में कई कांग्रेस नेताओं के नाम सामने आए हैं।

इटली की अदालत के फैसले के बारे में मीडिया में खबर आने के बाद रणनीति बनाने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मंगलवार को यहां बैठक हुई।

गौर हो कि इटली की अदालत ने ऑगस्‍टा वेस्टलैंड के प्रमुख गुइसेपे ओरसी को दोषी ठहराया और कहा कि कंपनी ने 3600 करोड़ रुपये का सौदा हासिल करने के लिए कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को रिश्वत दी। यह मुद्दा भाजपा संसदीय दल की बैठक में भी उठा जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद थे। कांग्रेस को विवादास्पद एयरसेल मैक्सिस सौदे को लेकर तथा इशरत जहां मुठभेड़ मामले के हलफनामा को लेकर भी निशाना बनाया जाएगा। मीडिया की खबरों के मुताबिक इटली की अदालत ने फैसले में बताया कि किस तरह कंपनी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके निकट सहयोगियों के साथ लॉबिंग की। इसके अलावा कंपनी ने तत्कालीन एनएसए एम के नारायण और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ भी लॉबिंग की। न्यायाधीश ने सौदे के पीछे सोनिया को ‘मुख्य ताकत’ बताया।

राज्यसभा में नव नामित सदस्य के रूप में शपथ लेने वाले सुब्रमण्यम स्वामी राज्यसभा में हेलीकॉप्टर समझौते को उठाएंगे जिसके लिए उन्होंने नोटिस दे दिया है। स्वामी को गांधी परिवार के धुर विरोधी के तौर पर जाना जाता है। लोकसभा में आज यह मामला मीनाक्षी लेखी उठा सकती हैं। भाजपा के एक शीर्ष नेता ने कहा कि पहली बार किसी रिश्वत देने वाले को दोषी ठहराया गया है लेकिन लोगों को अब भी नहीं मालूम कि रिश्वत किसने ली।

संप्रग सरकार के समय में 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में कथित रिश्वत मामले को लेकर भाजपा और कांग्रेस आमने सामने दिखाई पडीं और सत्तारूढ़ दल के निशाने पर सीधे सोनिया गांधी रहीं। इटली की अदालत में एक रिपोर्ट में बिचौलिये के हवाले से बताया गया कि सौदे में कुछ नेताओं को करीब 120 करोड़ रूपये दिए गए जिसके बाद भाजपा ने संसद के अंदर और बाहर दोनों जगह कांग्रेस नेताओं को घेरने का निर्णय किया है। एक बिचौलिये के नोट में कथित तौर पर बताया गया है कि सौदे के पीछे की ‘मुख्य ताकत’ गांधी हैं जिसे भाजपा भुनाना चाहती है लेकिन कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि सोनिया और तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ईमानदारी पर प्रश्न खड़े नहीं किए जा सकते।

कांग्रेस ने पलटवार करते हुए सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के खिलाफ किसी भी आरोप को खारिज कर दिया और कहा कि ‘हम इसे खारिज करते हैं।’ राज्यसभा में पार्टी के उपनेता आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि किसी को भी घटिया टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री की ईमानदारी और बुद्धिमता पर कभी सवाल नहीं उठे। शर्मा ने यह भी दावा किया कि मोदी के ‘करीबी’ व्यवसायियों ने ऑगस्‍टा वेस्टलैंड के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किया। लेकिन उन्होंने नाम बताने से इनकार कर दिया।