अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प अपनी ब’यानबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। हाल ही में ईरान के कमांड’र क़ा’सिम सुले’मानी की ह’त्या अमे’रिका के द्वारा होने पर ईरान ने इराक़ स्थित अमेरिकी बे’स पर कई बे’लेस्टिक मिसा’इल्स से हम’ला बोल दिया था। हालाँकि बाद में दोनों ही देशों ने यु’द्ध की बजाय शां’ति की बातें की। जहाँ अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प ने कहा कि “सब कुछ ठीक है। जब तक मैं राष्ट्रपति हूँ तब तक ईरान के पास न्यूकि’लर हथि’यार नहीं आने दूँगा”
वहीं ईरान की ओर से भी ब’यान आया कि उन्होंने सिर्फ़ जवा’बी तुल’नात्मक कार्र’वाही की है। वो अपनी ओर से किसी तरह का यु’द्ध नहीं चाहते लेकिन अगर कोई भी उन पर हम’ला करेगा तो वो पी’छे नहीं ह’टेंगे। बहरहाल अमेरिकी राष्ट्रपति जब अपने 2020 चु’नावी अभि’यान के लिए निकले तो उन्होंने कहा कि ईरान के क़ा’सिम सुले’मानी को मा’रकर उन्होंने एक देश को ब’चाने में मदद की है इसके लिए उन्हें नोबल मिलना चाहिए।
2019 के नोबेल पुरस्कार विजेता, इथि’योपिया के प्रधानमंत्री अ’बी अ’हमद की ओर इशा’रा करते हुए ट्रम्प ने कहा कि मैंने कभी नोबल नहीं जीता है और पिछले विजेता की तरह ही वो भी इस सम्मान के ह’कदार हैं। उन्होंने कहा “मैंने एक देश को ब’चाया और मैंने सुना कि एक देश के प्रमुख को देश को ब’चाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिला है।”
माना जा रहा है कि ईरान का मु’द्दा ट्रम्प के लिए 2020 के राष्ट्रपति चु’नाव अभि’यान के लिए एक नया मो’र्चा बनकर आया है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा कि राष्ट्रपति ने एक खत’रनाक आतं’कवादी को मा’र गि’राया है। यह कार्रवाई उस समय की गई जब दुनिया को सबसे खत’रनाक आतं’कवादी से ख’तरा था।