मलाइका अरोड़ा जिनकी बेमिसाल खूबसूरती और फिटनेस की दीवानगी लोगों के सिर चढ़कर बोलती है। उन्हें अपने करियर के शुरुआती दौर में अपनी डार्क स्किन की वजह से भेदभाव का शिकार होना पड़ा था। और इस बात का ख़ुलासा मलाइका अरोड़ा ने नेहा धूपिया के शो ‘नो फिल्टर’ में बातचीत के दौरान किया था। मलाइका अरोड़ा ने बताया कि जब उन्होंने इस शोबिज़ में अपने करियर की शुरुआत की, उस वक़्त उन्हें अपने डार्क स्किन की वजह से काम मिलने में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ा था। और उनकी जगह किसी ऐसे को काम दे दिया गया, जिसका रंग गोरा था। मलाइका ने अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए कहा कि, “मैं उस समय इंडस्ट्री में आई थी, जिस वक्त गोरी त्वचा को सुंदर माना जाता था। और कहीं गेहुएं रंग को खूबसूरत नहीं माना जाता था। मुझे हमेशा गहरे रंग की कैटेगरी में रखा जाता था। त्वचा के रंग को लेकर खुले तौर पर पक्षपात हुआ करता था।”
मलाइका ने नेहा धूपिया के शो में अक़्सर अपने आप को सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जाने पर भी जवाब दिया। क्योंकि, कभी मलाइका को अपने से उम्र में छोटे अर्जुन कपूर से रिलेशनशिप की वजह से ट्रोल किया गया है, तो कभी उनके बिना वैक्सिंग कराए आर्म पिट की फोटो को सोशल मीडिया पर डालने की वजह से ट्रोल किया गया, तो कभी उन्हें उनके कपड़ों और उम्र की वजह से ट्रोल किया गया है। मलाइका अक़्सर ही ट्रोलर्स का निशाना बनती रहती हैं।
इस पर मलाइका ने कहा कि, “वास्तव में मुझे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। मैं इस से ज़्यादा ख़राब शब्दों में कह सकती हूं। लेकिन यह सच है। केवल एक चीज़ जो दिमाग़ में आती है। वह यह है कि, मुझे ऐसे लोगों के लिए बुरा लगता है, जो एक निश्चित तरीके से बात करते हैं, या व्यवहार करते हैं, मेरा मतलब है, कि जो लोग, यह सब किसी के लिए लिखते हैं, उनका दिमाग़ सही नहीं होता या आप में वास्तव में आत्म सम्मान की कमी है। क्योंकि, नॉर्मल इंसान किसी को इस क़दर नीचा दिखाने की क्यों सोचेगा?” मलाइका ने कहा, “मुझे लगता है, कि जो लोग सोशल मीडिया पर ट्रोल करते हैं, उन्हें अपने आप में कई तरह की शिकायतें होंगी। क्योंकि, आपके पास एक प्लेटफार्म है, और आपको वहां कोई पहचान नहीं सकता। इसका मतलब वह आराम से किसी के लिए कुछ भी कह सकते हैं। मुझे ऐसे लोगों के लिए काफी बुरा लगता है।”