साल 1991 में कांग्रेस के बड़े नेता और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की एक हमले में हत्या कर दी गई थी। इस मामले में छह अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें से एक थी नलिनी श्रीहरन। नलिनी श्रीहरन वहीं महिला हैं जिनको राजीव गांधी की मौत का जिम्मेदार बताया जाता है। उनके साथ साथ पांच और लोग हैं, जिनको राजीव गांधी की हत्या का दोषी माना जाता है। बता दें कि नलिनी श्रीहरन सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था। हाल ही में दिए गए अपने बयान में श्रीहरन ने कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या में उनका कोई हाथ नहीं था।
मीडिया द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने अपनी बेगुनाही को बरकरार रखा। उनसे पूछा गया कि “क्या उन्हें हत्या में अपनी भूमिका और दूसरों की भूमिका पर पछतावा है.?” इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड में उनका कोई हाथ नहीं था, उनकी गलती सिर्फ इतनी थी कि बाकी सभी दोषी उनके पति के दोस्त थे। उन्होंने कहा कि “मेरी कोई भूमिका नहीं थी। मुझे पता है कि मैं दोषी हूं। लेकिन मेरे दिल यह जानता है कि क्या हुआ था।”
उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि “वे मेरे पति के दोस्त थे। इसलिए, मैं उनसे परिचित हो गई। मैं एक आरक्षित व्यक्ति हूं। मैं उनसे बात नहीं करती थी। जब उन्हें जरूरत होती तो मैं मदद करती थी। जैसे कि दुकानों या थिएटरों या होटलों या मंदिरों में जाना। मैं उनके साथ जाती थी। बस इतना ही… इसके अलावा, मेरा कोई व्यक्तिगत संपर्क नहीं था…मैं उनके परिवार को नहीं जानती थी, वे कहां हैं।”
श्रीहरन बताती हैं कि साल 2001 में उनकी मौत की सजा को कम करने से पहले, उन्हें किसी भी समय मृत्युदंड दिए जाने की उम्मीद थी। उनके लिए सात बार ब्लैक वारंट भी निकल चुका था। बता दें कि मीडिया के साथ इस बातचीत के दौरान उन्होंने गांधी परिवार की भी खूब तारीफ की, खास तौर पर राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी और उनकी बेटी प्रियंका गांधी की। उन्होंने बताया की जब प्रियंका उनसे जेल में मिलने आई तो उन्होंने कितने अच्छे से उनके साथ व्यवहार किया।