व्यति अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए हर मुमकिन कोशिश करता है। हर छोटी बड़ी चीज का ध्यान रखता है। लेकिन फिर भी कोई न कोई ऐसी भूल हो ही जाती है जिसका हर्जाना उसको भुगतना पढ़ता है। आज हम बात करने वाले मनुष्य के हृदय की, मनुष्य का हृदय बहुत छोटा होता है। लेकिन उसका काम सबसे ज्यादा जरूरी है। अगर हृदय कमज़ोर हो जाए तो मनुष्य का जीना मुश्किल हो जाता है। मानव हार्ट का काम जरूरी अंगों सहित पूरे शरीर में ब्लड को पंप करना है और जब ये काम करने में वो विफल हो जाता है, इसका मतलब हृदय कमज़ोर हो गया है।
ऐसे वक्त में हार्ट फेल्योर की सबसे ज्यादा संभावना होती है। लेकिन लोगों को इसके बारे में पता ही नहीं चलता। पता जब चलता है जब मनुष्य की मृत्यु हो जाती है। आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने वाले हैं जिससे आप पहले से ही हार्ट फेल्योर से अलर्ट हो सकते हैं। हार्ट फेल्योर फेफड़ों में तरल पदार्थ पैदा करने का कारण बन सकता है। जिसके कारण व्यक्ति को घरघराहट, खांसी और सांस लेने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है।
टखनों, पेट और जांघों में सूजन भी एक परेशानी की वजह है, जब हृदय कुशलतापूर्वक रक्त पंप करने की शक्ति खो देता है, तो यह शरीर के निचले हिस्सों से उपयोग किए गए ब्लड को वापस लाने में विफल हो जाता है। ऐसे में टखनों, पेट और जांघों में सूजन होने लगती है और ये भी एक हार्ट फेल्योर का बड़ा लक्षण है। सांस लेने में भी तकलीफ पैदा होने लगती है। इसके कारण इंसान को थकान भी महसूस होने लगती है।