उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां जारी हैं। चुनाव में केवल कुछ ही दिन रह गए हैं। ऐसे में सभी पार्टियां खुद को मजबूत बनाने के लिए बाकी दलों के साथ हाथ मिला रहे हैं। समाजवादी पार्टी ने भी इस बार सत्ता में वापस लौटने का दावा किया है। जिसके लिए वो भी दूसरे दलों के साथ हाथ मिला रहे हैं। इस बीच आजाद समाज पार्टी (Azad Samaj Party) के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद (Chandrashekhar Azad) ने भी गठबंधन को लेकर एक बयान जारी किया है। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ गठबंधन करने से साफ इंकार कर दिया है।
उन्होंने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर कहा है कि “अखिलेश दलितों को गठबंधन में शामिल नहीं करना चाहते हैं बल्कि सिर्फ दलितों का वोट बैंक चाहते हैं। कल हमें अखिलेश जी ने अपमानित किया। कल बहुजन समाज को अखिलेश जी ने असम्मानित किया। अखिलेश यादव सामाजिक न्याय का मतलब नहीं समझते हैं।” अखिलेश पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि “मैं चाहता था कि बीजेपी को सत्ता में दोबारा आने से रोकने के लिए एक बड़ा गठबंधन हो, लेकिन हमारे अधिकारों के सवाल पर अखिलेश यादव चुप हैं।”
इस बीच चंद्रशेखर ने अकेले चुनाव लड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि “अब हम अपने दम पर लड़ेंगे। हमारी कोशिश थी कि बिखरा विपक्ष एकजुट हो जाए। मैंने सबसे पहले मायावती के साथ गठबंधन का प्रयास किया था। हमें अखिलेश जी ने धोखा दिया है। हमें एक महीने पहले बोला था कि साथ में मिलकर चुनाव लड़ेंगे। दो दिन से मैं यहां था इसलिए कि हम साथ मिलकर लड़ें। मैं अखिलेश के साथ मिलकर बीजेपी को रोकना चाहता था पर अखिलेश दलितों को प्रतिनिधित्व नहीं देना चाहते। अखिलेश जी को दलितों का साथ नहीं चाहिए। मैं दो दिन में बताऊंगा कि क्या करूंगा? हो सकता है कि कोई तीसरा फ़्रंट तैयार हो जाए।”