सुपरस्टार रजनीकांत ने एक से बड़ी एक फिल्म दी है। जिसके चलते उनको लोगों का खूब प्यार मिला है। तमिल सिनेमा में तो रजनीकांत को भगवान की तरह पूजते हैं। बता दें कि इस दौरान रजनीकांत को इंडिया के सबसे बड़े फिल्मी सम्मान से सम्मानित किया जा रहा है। इस सम्मान को सब दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड के नाम से जानते हैं। इस बात की जानकारी केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekhar) ने दी है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने बताया की साल 2019 के लिए रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा।
गौरतलब हैं कि इसी 6 अप्रैल से तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव हैं। जिसके बाद इस मुद्दे को चुनाव से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में जावड़ेकर का दावा है कि रजनीकांत को मिले दादा साहब फाल्के पुरस्कार का चुनाव से कोई संबंध नहीं है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब उनसे पूछा गया कि “तमिलनाडु में चुनाव के कारण रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड दिया जा रहा है?” तो वह भड़क गए और बोले कि कोई सही सा ही सवाल कर लिया करो।
उन्होंने कहा कि “ये सिनेमा जगत से जुड़े अवॉर्ड हैं। रजनीकांत बीते पांच दशक से सिनेमा की दुनिया पर राज कर रहे हैं और लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं। यही कारण है कि इस बार की दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड जूरी ने रजनीकांत को ये अवॉर्ड देने का फ़ैसला किया है।” बता दें कि दादा साहब फाल्के किसे दिया जाएगा इसका चयन पांच सदस्यीय ज्यूरी ने किया। जिनमें आशा भोसले और शंकर महादेवन जैसे सिंगर्स, मोहनलाल और बिस्वजीत चैटर्जी जैसे एक्टर्स और डायरेक्टर सुभाष घई शामिल थे। रजनीकांत को ये अवार्ड 3 मई को दिया जाएगा।