देहरादून स्थित देश की प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में शनिवार को पासिंग आउट परेड के साथ ही देश की सेनाओं 565 जांबाज अफसर मिल गए। 45 विदेशी कैडेट्स भी आईएमए से पास आउट होकर अपने देश की सेनाओं में सेवा देंगे। इसके साथ ही आईएमए से निकले अफसरों की संख्या 58983 पर पहुंच गई।
शनिवार को सुबह आईएमए की ऐतिहासिक चेटवुड बिल्डिंग के सामने मैदान में ड्रिल स्क्वायर में पासिंग आउट परेड की गई। जनरल ऑफिसर इन कमांडिंग चीफ ले. जन. सरथ चंद्र परेड की सलामी ली।
यहां 610 जेंटलमैन कैडेट्स अंतिम पग पार कर अफसर बन गए। इनमें 45 विदेशी जीसी भी शामिल हैं। इसी के साथ आईएमए के साथ एक और उपलब्धि हासिल की। जेंटलमैन कैडेट्स के अंतिम पग पार करते ही आईएमए के इतिहास में देश को 58983 अफसर देने का रिकॉर्ड जुड़ गया।
इसमें 1908 फॉरेन जीसी भी शामिल हैं। 425 जीसी 138-रेगुलर कोर्स के होंगे, जिनमें से 107 डायरेक्ट एंट्री, 279 एक्स एनडीए और 39 एक्स एसीसी वाले कैडेट्स शामिल हैं।
इसके साथ ही 140 कैडेट्स 121-टेक्निकल ग्रेजुएट कोर्स के पासआउट होंगे। 45 विदेशी कैडेट्स भी 138-रेगुलर कोर्स के पासआउट हुए।
आईएमए से इस बार उत्तराखंड के 52 जाबांज अफसर पास आउट हुए। जनसंख्या के लिहाज से छोटे राज्यों में शुमार उत्तराखंड का इतनी बड़ी संख्या में ऑफिसर देना मिसाल है। जनसंख्या घनत्व के हिसाब से उत्तराखंड देश को सबसे ज्यादा जांबाज देने वाले राज्यों के शीर्ष पर दस वर्षों से जमा हुआ है।
वहीं इस बार यूपी के सर्वाधिक 98 जेंटलमैन कैडेट्स पासआउट होंगे। बिहार और हरियाण से 60-60 जांबाज ऑफिसर सेना का हिस्सा बनेंगे।