नई दिल्ली: राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार 2021 में देश में 45,026 महिलाओं ने खुदकुशी की। इनमें आधी से ज्यादा गृहिणियां थीं। एनसीआरबी ने दुष्कर्म को लेकर अपनी रिपोर्ट में कहा कि देश के 19 शहरों में से कोलकाता में दुष्कर्म के मामले सबसे कम दर्ज हुए हैं।
एनसीआरबी की एक नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश भर में कुल 1,64,033 लोगों ने आत्महत्या की है, जिनमें से 1,18,979 पुरुष थे। आत्महत्या करने वाली महिलाओं में सबसे ज्यादा 23,178 गृहिणियां थीं। उनके बाद विद्यार्थियों और दैनिक वेतन भोगियों का स्थान है। कुल 5,693 विद्यार्थियों और 4,246 दैनिक वेतनभोगियों ने खुदकुशी की। आत्महत्या करने वालों में 66.9 फीसदी (1,64,033 में से 1,09,749) विवाहित थे जबकि 24.0 फीसदी (39,421) अविवाहित थे।
गृहिणियों के सुसाइड मामलों को देखें तो तमिलनाडु में सर्वाधिक 3,221 ने खुदकुशी की। इसके बाद मध्य प्रदेश का नाम आया, जहां 3055 ने तो महाराष्ट्र में 2861 ने आत्महत्या की। प्रतिशत वार देखें तो तमिलनाडु में सर्वाधिक 13.9 फीसदी, मध्य प्रदेश में 13.2 फीसदी और महाराष्ट्र में 12.3 फीसदी गृहिणियों ने खुदकुशी की।
रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में 2021 में 19 महानगरों में से कोलकाता में दुष्कर्म के मामले सबसे कम रहे। रिपोर्ट के अनुसार 2021 में कोलकाता में दुष्कर्म के मामले 11 थे, वहीं दिल्ली महानगर में दुष्कर्म के मामले देश में सबसे ज्यादा 1,226 हुए। जयपुर में 502, वहीं मुंबई में दुष्कर्म के 364 मामले दर्ज किए गए। कोलकाता के अलावा तमिलनाडु के कोयंबटूर में भी दुष्कर्म के केवल 12 मामले सामने आए, पटना में ऐसे मामलों की संख्या 30 रही।
एनसीआरबी रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश के इंदौर में 165, बेंगलुरु में 117, हैदराबाद में 116 और नागपुर में दुष्कर्म के 115 मामले सामने आए। कोलकाता का नाम उन शहरों में भी शामिल है जहां दुष्कर्म के प्रयास का भी कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है। यहां 2019 में दुष्कर्म के 14 वहीं 2020 में 11 मामले थे।
राजस्थान में पिछले वर्ष दुष्कर्म के सबसे अधिक 6,337 मामले दर्ज किए गए, जबकि नगालैंड में सबसे कम चार मामले दर्ज हुए। पश्चिम बंगाल में दुष्कर्म के 1,123 मामले दर्ज किए गए। सब मिलाकर देश में पिछले साल दुष्कर्म के 31,677 मामले दर्ज हुए।