अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों पर कड़ी कार्रवाई शुरू हो चुकी है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी प्रशासन ने 205 भारतीयों को एक सैन्य विमान के जरिए भारत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों को देश से बाहर निकालने के लिए सेना की मदद ली है।
सैन्य विमान से भेजे जा रहे प्रवासी
रिपोर्ट के मुताबिक, एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि सी-17 मिलिट्री विमान अवैध प्रवासियों को लेकर भारत के लिए रवाना हो चुका है। अमेरिका में इस समय 18,000 से अधिक भारतीय अवैध रूप से रह रहे हैं। इनमें से कुछ का वीजा समाप्त हो चुका है, जबकि कुछ अन्य गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में दाखिल हुए हैं।
अमेरिका का बड़े पैमाने पर निर्वासन अभियान
पेंटागन के अनुसार, एल पासो (टेक्सास) और सैन डिएगो (कैलिफोर्निया) से 5,000 से अधिक प्रवासियों को निर्वासित करने के लिए उड़ानें चलाई गई हैं। इससे पहले अमेरिकी सैन्य विमानों के जरिए ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास में भी अवैध प्रवासियों को भेजा गया था।
भारत ने अमेरिका को दिया सहयोग
अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर भारत ने अमेरिका को सहयोग देने की बात कही है। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में कहा था कि भारत, अमेरिका के इस अभियान में सहयोग करने के लिए तैयार है।
538 अवैध प्रवासियों की गिरफ्तारी
ट्रंप प्रशासन के तहत हाल ही में 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि इनमें एक संदिग्ध आतंकवादी, ट्रेन डी अरागुआ गिरोह के चार सदस्य और नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों में दोषी कई अपराधी शामिल हैं। प्रशासन ने इनमें से सैकड़ों प्रवासियों को सैन्य विमानों के जरिए उनके देश भेज दिया है।
अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त रुख
राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले महीने कहा था कि यह पहली बार है जब अमेरिका अवैध प्रवासियों को सैन्य विमानों से उनके देश वापस भेज रहा है। इस फैसले को लेकर अमेरिकी प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है और आने वाले दिनों में और अधिक अवैध प्रवासियों को निर्वासित किया जा सकता है। इस पूरे अभियान से साफ है कि अमेरिका अब अवैध प्रवासियों को बर्दाश्त नहीं करेगा और इस मुद्दे पर भारत समेत कई देशों के साथ मिलकर कार्रवाई कर रहा है।