देहरादून – हाईकोर्ट से हरी झंडी मिलने के बाद उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी(यूसीएडीए) ने केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब के लिए हेली सेवा शुरू करने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। 14 मई से हेली सेवा शुरू होने का अनुमान है और शनिवार को इन दोनों धामों का किराया भी तय कर दिया गया।
नैनीताल हाईकोर्ट से मिली हरी झंडी के बाद आठ मई को टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई थी। शुक्रवार को यूसीएडीए ने टेक्निकल बिड खोली। इस बिड में आई बोली के अनुसार शनिवार को केदारनाथ एवं हेमकुंड साहिब के लिए किराए की दर तय कर दी गई। यूसीएडीए के अनुसार चारधाम यात्रा के लिए निर्धारित दस में से आठ हेलीपैड से यात्रा करने पर कम किराया देना होगा जबकि दो हैलीपैड का किराया बढ़ाया गया है। जिन कम्पनियों को हेली सेवा शुरू करने की अनुमति दी गई है उन्हें निर्धारित किये गये किराये पर अपनी सहमति या असहमति देने के लिए 12 मई की दोपहर 12 बजे तक का समय दिया गया है। महानिदेशक नागरिक उड्डयन से चारधाम यात्रा के लिए आवंटित हेलीपैड के निरीक्षण का अनुरोध किया गया है। 13 मई को महानिदेशक हेलीपैड का निरीक्षण कर सकते हैं। यदि यह निरीक्षण हो गया तो 14 मई से हेली सेवा शुरू हो जाएगी।
यूसीएडीए का कहना है कि केदारनाथ और हेमकुंड क्षेत्र में हेलीपैड के हिसाब से सेचुरेशन की स्थिति आ गई है। यहां न तो नए हेलीपैड बनाये जा सकते हैं और न ही नई हेली कम्पनियों को बुलाया जा सकता है। इस कारण किराया घटाया गया है। ताकि अधिक से अधिक यात्री हेलीसेवा का उपयोग कर सकें। इससे सरकार को इस बार 11 करोड़ का लाभ हो सकता है।
किराये की दर
फाटा से श्री केदारनाथ: 2399 रुपये , वर्ष 2018 में 3350 रुपये (हेलीपैड की संख्या- 4)
सिरसी से केदारनाथ: 2470 रुपये , वर्ष 2018 में 3175 रुपये (हेलीपैड की संख्या- 3)
गुप्तकाशी से केदारनाथ: 4275 रुपये, वर्ष 2018 में 3650 रुपये (हेलीपैड की संख्या -2)
गोविंदघाट से घांगरिया: 2795 रुपये, वर्ष 2018 में 2885 रुपये (हेलीपैड की संख्या – 1)