नई दिल्ली – उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड़ के मुख्यमंत्री रहे मरहूम एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी का निधन हो गया है। दक्षिण दिल्ली के डीसीपी विजय कुमार ने बताया है कि शेखर को उनकी मां और पत्नी साकेत के मैक्स अस्पताल लेकर पहुंची थीं। जहां उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। रोहित 40 साल के थे। बताया गया है कि उन्हें हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें पत्नी और मां ने मैक्स अस्पताल लेकर आई थीं। हालांकि किन वजहों से उनकी मौत हुई है, इसकी सही-सही जानकारी नहीं मिल सकी है।
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार शाम करीब चार बजे दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी स्थित घर में पर उनकी तबीयत बिगड़ी। उनके हाथ-पांव ठंडे हो गए और नाक से खून निकलने लगा। रोहित की पत्नी और मां अस्पताल लेकर आईं लेकिन उनको बचाया नहीं जा सका।
रोहित शेखर 2017 में भाजपा में शामिल हुए थे। हालांकि वो राजनीतिक तौर पर सक्रिय नहीं थे। रोहित एनडी तिवारी और उज्जवला शर्मा के बेटे थे। एनडी तिवारी का 93 साल की उम्र में अक्टूबर 2018 में निधन हो गया था। तिवारी जो उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद पर रहने के अलावा आंध्र प्रदेश के राज्यपाल भी रहे थे।
रोहित ने 2008 में दावा किया था कि वो एनडी तिवारी के बेटे हैं, जिसके बाद ये मामला अदालत तक गया और आखिर में उनकी बात सही साबित हुई। अदालत में रोहित ने दावा किया कि वो एनडी तिवारी के पुत्र हैं और वो उन्हें अपना बेटा स्वीकार करें। दिल्ली हाईकोर्ट ने 2010 में रोहित के दावे की सच्चाई के लिए डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया।