यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश भर में चल रहे मदरसों के मनमाने रवैये पर नकेल कसने में जुटी हुई है। पहले मदरसों में राष्ट्रगान गाना, फिर मदरसों का ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करना और अब मदरसों के पाठ्यक्रम में एनसीईआरटी को शामिल करने का अहम फैसला लिया गया है। इसके तहत मदरसों को अपने पाठ्यक्रम में एनसीआरटी की किताबें भी शामिल करनी होगी। मदरसों में एनसीआरटी पाठ्यक्रम लागू करने का फैसला शिक्षा में सुधार के तहत माना जा रहा है।
हालाँकि योगी सरकार के इस कदम की यूपी के मदरसों ने आलोचना की है। मदरसों का मानना है कि इससे उनकी स्वायत्तता में हस्तक्षेप बढ़ेगा। मदरसों का कहना है कि सरकार को मदरसों के मामलों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
इससे पहले यूपी की भाजपा सरकार ने करीब 3000 मदरसों को अपना डेटा ऑनलाइन कराने के लिए आखिरी मौका दे चुकी है। आज उसकी आखिरी तारीख है। इसके बाद भी जो मदरसे अपने डेटा को ऑनलाइन नहीं करते हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।